Barabanki: पेट्रोल छिड़क कर कानूनगो के निजी मुंशी ने लगाई थी आग, इलाज के दौरान हुई मौत
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Barabanki: पेट्रोल छिड़क कर कानूनगो के निजी मुंशी ने लगाई थी आग, इलाज के दौरान हुई मौत

UP News: कानूनगो के निजी मुंशी की इलाज के दौरान लखनऊ के सिविल अस्पताल में मौत हो गई. उसने समाधान दिवस के दौरान आग लगाई थी.  

Barabanki: पेट्रोल छिड़क कर कानूनगो के निजी मुंशी ने लगाई थी आग, इलाज के दौरान हुई मौत

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बाराबंकी जिले में समाधान दिवस के दौरान खुद को पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले कानूनगो के निजी मुंशी की मौत हो गई है. आज सुबह लखनऊ के सिविल अस्पताल में मुंशी ने दम तोड़ दिया. बता दें कि पिछले 5 दिनों से वह अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था. 

कानूनगो को किया गया निलंबित 
आपको बता दें कि मुंशी ने तहसीलदार पर ऑफिस में बुलाकर गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था. उसकी पत्नी ने तहसीलदार और घटना के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. फिलहाल, बाराबंकी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने कानूनगो वीरेंद्र सिंह को इस मामले में निलंबित किया है. अन्य लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है.

वायरल हुआ था घटना का लाइव वीडियो
आपको बता दें कि बाराबंकी की तहसील हैदरगढ़ में समाधान दिवस के दौरान बीते शनिवार को कानूनगो के निजी मुंशी सुरजीत सिंह उर्फ लाल डींगा सिंह के द्वारा खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली गई थी. आग लगाने वाले वह गंभीर रूप से झुलस गए. वहीं, तेज लपटों में घिरे होने का लाइव वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. 

तहसीलदार पर मुंशी ने लगाया था आरोप 
मुंशी ने आरोप लगाया था कि तहसीलदार शशि कुमार त्रिपाठी ने अपने ऑफिस बुलाकर उन्हें गालियां दीं और जान से मारने की धमकी भी दी। तहसीलदार ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह के द्वारा शिकायत करने पर नाराज थे. आनन-फानन में कंबलों से उसकी आग बुझाई गई. वहीं, गंभीर हालत में उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां आज सुबह उसकी मौत हो गई.

जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम करेंगे कार्रवाई
वहीं, मुंशी की पत्नी इंदू सिंह ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि तहसीलदार की डांट से उनके पति इतना आहत हुए थे कि उन्होंने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. मुंशी की पत्नी ने मांग की थी है कि तहसीलदार शशि कुमार त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह समेत इस घटना के लिए जिम्मेदार अन्य के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.

वहीं, जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने उस निजी मुंशी को अपने साथ रखने वाले कानूनगो वीरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया. साथ ही बाकी लोगों के खिलाफ जांच कराई जा रही है. जिलाधिकारी के मुताबिक जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.

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