Aligarh: एएमयू में 6 दिसंबर को काला दिवस नहीं हिंदू संगठन मनाएंगे शौर्य दिवस, जानिए पूरा मामला
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Aligarh: एएमयू में 6 दिसंबर को काला दिवस नहीं हिंदू संगठन मनाएंगे शौर्य दिवस, जानिए पूरा मामला

Aligarh AMU: जहां काला दिवस मनाया गया था, उसी स्थान पर शौर्य दिवस मनाया जाएगा. आज हिंदू समाज की महापंचायत ने इसी के लिए अग्रिम रणनीति को लेकर महापंचायत का आयोजन किया. 

Aligarh: एएमयू में 6 दिसंबर को काला दिवस नहीं हिंदू संगठन मनाएंगे शौर्य दिवस, जानिए पूरा मामला

अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ में 6 दिसंबर को काला दिवस नहीं हिंदू संगठन शौर्य दिवस मनाएंगे. इसके लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में 6 दिसंबर को एएमयू के छात्रों के द्वारा काला दिवस मनाने के विरोध में कई हिंदू संगठनों से जुड़े भाजपा कार्यकर्ताओं ने महापंचायत की. इस दौरान उन्होंने 6 दिसंबर को काला दिवस मनाने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही शौर्य दिवस मनाने का ऐलान किया है.

तहरीर देकर दिया था 72 घंटे का अल्टीमेटम
दरअसल बता दें, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बीते 6 दिसंबर को छात्रों ने काला दिवस के रूप में मनाया था. इस दौरान प्रदर्शन कर अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए गए. इसके विरोध में शनिवार को कई हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने थाना गांधी पार्क क्षेत्र के डीएस कॉलेज कंपाउंड में स्थित शिव मंदिर परिसर में महापंचायत की है.

एएमयू में 6 दिसंबर को काला दिवस मनाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर क्वार्सी थाना पर तहरीर देकर 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अभी तक पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाई नहीं किए जाने को लेकर हिंदू संगठनों के द्वारा आज महापंचायत का आयोजन कर आगे की रणनीति तैयार की गई.

एएमयू में मनाया गया था काला दिवस
इस दौरान महंत कौशल नाथ ने कहा 6 दिसंबर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में काला दिवस मनाया गया था. यह सभी को पता है कि उसे शौर्य दिवस के रूप में  मनाते आ रहे थे, जिस तरह राम मंदिर के पक्ष में न्यायालय का फैसला आया, तब से शौर्य दिवस और काला दिवस की योगिता ही शून्य हो गई थी. यह तय हुआ था कि न शौर्य दिवस मनाया जाएगा न काला दिवस मनाया जाएगा. जब न्यायालय के आदेश पर भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, तो इस तरह काला दिवस मनाकर अशांति फैलाने का काम क्यों किया जा रहा है.

हिंदुत्व की भावनाओं को आहत करने के विषय को छेड़ा जाता
इसके विरोध में आज बैठक की गई है. हिंदूवादी नेता ने कहा हम विचार कर रहे हैं. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में इस तरह की घटनाओं की बार-बार पुनरावृति क्यों होती है. यह एक शिक्षण संस्था है, लेकिन वहां पर राजनीतिक विषय को खड़ा किया जाता है. हिंदुत्व की भावनाओं को आहत करने के विषय को छेड़ा जाता है. इसके लिए वहां का प्रशासन जिम्मेदार है.

हिंदूवादी नेता अमित गोस्वामी ने दी जानकारी
इस मामले में हिंदूवादी नेता अमित गोस्वामी ने कहा कि मुस्लिम विश्वविद्यालय में माननीय सर्वोच्च न्यायालय फैसले के बाद निर्माणाधीन भगवान श्रीराम के मंदिर का विरोध करते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कैंपस में छात्रों ने सनातन धर्म के विरोध में नारेबाजी की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अमर्यादित टिप्पणी की और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का अपमान किया. बाबा साहब के पुण्य तिथि के अवसर पर एएमयू के द्वारा किया गया कृत्य देश विरोधी कृत्य है. 

शौर्य दिवस मनाया जाएगा
अमित गोस्वामी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हमने अनुरोध पूर्वक कहा कि आप ऐसे लोगों को चिन्हित करिए और अलीगढ़ पुलिस को सुपुर्द करके एक मिसाल पेश करें, लेकिन ऐसे लोगों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अभी हम लोग पुलिस के अधिकारियों से बात करके एसपी सिटी कार्यालय पर जाकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेंगे. अगर कार्रवाई नहीं होती तो हम और समय प्रशासन को देंगे. 

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