आयुर्वेद होम्योपैथी डॉक्टर बनने की राह आसान, गाजियाबाद समेत 3 जगहों पर आज से खुलेंगे राष्ट्रीय आयुष संस्थान
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आयुर्वेद होम्योपैथी डॉक्टर बनने की राह आसान, गाजियाबाद समेत 3 जगहों पर आज से खुलेंगे राष्ट्रीय आयुष संस्थान

National Institute of Ayush :  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय आयुष संस्थान देश को समर्पित करेंगे. इनमें एक गाजियाबाद, दिल्ली में भी एक-एक संस्थान खुलेगा. आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति को इससे फायदा मिलेगा.

NIUM Ghaziabad

National Institute of Ayush : उत्तर प्रदेश में 19 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज तो विभिन्न जिलों में खुल रहे हैं या खुलने वाले हैं. साथ ही पारंपरिक चिकित्सा पद्धति के क्षेत्र में भी उसे बड़ी सौगात मिलने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) रविवार को राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परिषद में देश को तीन नए राष्ट्रीय आयुष संस्थानों (Rashtriya Ayush Sansthan) को समर्पित करेंगे, इसमें से एक गाजियाबाद का राष्ट्रीय संस्थान शामिल है. 

इससे आयुर्वेद (Ayurved), यूनानी (Unani)और होम्योपैथी (Homeopathy) में ग्रेजुएट पोस्ट ग्रेजुएट कर डॉक्टर बननने वाले और डॉक्टरेट करने की सोच रहे छात्रों के लिए 400 से ज्यादा सीटें मुहैया होंगी.

national institute of ayurveda in india list :आयुष मंत्रालय (ayush ministry) का कहना है कि देश में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए तीन नये राष्ट्रीय आयुष संस्थान का गठन किया गया है. इससे आयुर्वेद, यूनानी और  होम्योपैथी के डॉक्टरों की तादाद बढ़ेगी. आयुर्वेद अस्पतालों, होम्योपैथी क्लीनिक की संख्या भी बढ़ेगी.

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने यह होम्योपैथी, यूनानी और आयुर्वेद क्षेत्र में शोध और अनुसंधान को भी बढ़ावा देगा.
ये संस्थान अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) गोवा, राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान (NIUM) गाजियाबाद और राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान (NIH) दिल्ली में स्थापित किया गया है.

डॉक्टरों के लिए 400 सीटें बढ़ जाएंगी
राष्ट्रीय आयुष संस्थान के जरिये आयुर्वेद,यूनानी और होम्योपैथी में UG-PG और PHD करना चाह रहे मेडिकल छात्रों के लिए 400 अतिरिक्त सीटें उपलब्ध होंगी. उन्हें बेहतर दर्जे की फैकल्टी और बुनियादी ढांचे की सुविधाएं मिलेंगी. संस्थानों से मिली डिग्रियों की भी मान्यता महत्वपूर्ण होगी.

ज्यादा मरीजों का इलाज हो सकेगा
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की ओर से कहा गया है कि 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस में विशव के 4500 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. आरोग्य एक्सपो में 215 से ज्यादा कंपनियां, शीर्ष आयुर्वेद ब्रांड, दवा कंपनियां और आयुर्वेद शैक्षिक और अनुसंधान विकास संस्थान हिस्सा लेंगे. आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी के तीन राष्ट्रीय संस्थान जुड़ने से कुल छात्र क्षमता 380 से बढ़कर 780 हो जाएगी. ऐसे इलाज के लिए बिस्तरों की संख्या भी 480 से बढ़कर 1030 हो जाएगी.

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