ना मेरा है ना तेरा है ये हिन्दुस्तान सबका है... अखिलेश ने लोकसभा में पढ़ी किसकी शायरी, लूट ली महफिल
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2556689

ना मेरा है ना तेरा है ये हिन्दुस्तान सबका है... अखिलेश ने लोकसभा में पढ़ी किसकी शायरी, लूट ली महफिल

Akhilesh Yadav Speech in Lok Sabha: सपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान अपनी बात रखी. उन्होंने केंद्र और योगी सरकार पर हमला बोला.

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav News: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान गजल पढ़कर महफिल में खूब वाहवाही लूटी. उन्होंने मंदिर-मस्जिद विवादों को लेकर सरकार पर हमला बोला और धर्मनिरपेक्षता के ताने-बाने को तोड़ने का आरोप सरकार पर लगाया. अखिलेश ने आरक्षण, जातीय जनगणना, नौकिरयों, बुलेट-बुलडोजर को भी प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर निशाने पर रखा.

न मेरा है न तेरा है, ये हिन्दुस्तान सबका है
नहीं समझी गई ये बात तो नुकसान सबका है
हजारों रास्ते खोजे गए उस तक पहुंचने के
लेकिन पहुंचे हुए ये कह गए कि भगवान सबका है

जो इसमें मिल गईं नदियां वो दिखाईं नहीं देतीं
महासागर बनाने में मगर एहसान सबका है
अनेकों रंग खुशबू नस्ल के फलफूल पौधे हैं
मगर उपवन की इज्जत आबरू ईमान सबका है

ये पंक्तियां मशहूर कवि, गजलकार, समाजवादी नेता उदय प्रताप सिंह की है. मैनपुरी जिले में 1932 में उदय प्रताप सिंह का जन्म हुआ था. उन्होंने सैकड़ों रचनाएं लिखीं, लेकिन ये गजल सबसे ज्यादा चर्चा में रही है. 

पहले भी हो चुका शायरी वॉर
इससे पहले भी संभल हिंसा के ऊपर सपा प्रमुख और मुरादाबाद मंडल के पुलिस कमिश्नर आञ्जनेय कुमार सिंह के बीच शायरी वॉर हो चुका है. संभल हिंसा के ऊपर सपा प्रमुख ने शायरी लिख कहा था कि 'झूठ को सच की मीठी चाशनी में लपेटकर खिलानेवाले आइने में कितना शर्मिंदा होंगे अपना फर्ज न निभानेवाले.'

जिसके ऊपर कमिश्नर ने लिखा था कि 'दुनिया में हूं दुनिया का तलबगार नहीं हूं, बाजार से गुजरा हूं खरीदार नहीं हूं. इस खाना-ए-हस्ती से गुज़र जाऊंगा बे-लौस साया हूँ फकत नक्श-ब-दीवार नहीं हूं. गो दावा-ए-तक्वा नहीं दरगाह-ए-खुदा में बुत जिस से हों खुश ऐसा गुनहगार नहीं हूं.'

इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने एक और शायरी लिखते हुए बोला कि 'नेक लोगों में मुझे नेक गिना जाता है और गुनहगार गुनहगार समझते हैं मुझे. मैं बदलते हुए हालात में ढल जाता हूं, देखने वाले अदाकार समझते हैं मुझे. वो जो उस पार हैं इस पार मुझे जानते हैं, ये जो इस पार हैं उस पार समझते हैं मुझे.'

जिसका जवाब देते हुए अखिलेश यादव ने पोस्ट किया था कि 'जो अपने गुनाह पर शायरी का परदा डालते हैं, वो सच में हैं कितने गुनाहगार खुद भी जानते हैं.'

और पढ़ें - हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढ़ने वाले...अखिलेश ने लोकसभा में सरकार पर करारा हमला बोला

और पढ़ें - स्वामी प्रसाद मौर्य के बिगड़े बोल,कहा, "मस्जिदों में मंदिर तलाशना बंद कर दे नहीं तो"

उत्तर प्रदेश की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News in Hindi और पाएं Latest UP Politics News Hindi की हर पल की जानकारी. उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news