Advocate Strike in UP: उत्तर प्रदेश में हापुड़ लाठीचार्ज के खिलाफ अधिवक्ताओं लंबे समय से हड़ताल पर थे. सरकार से वार्ता के बाद उनकी मांगों को मान लिया गया है. इसके बाद वकीलों ने हड़ताल खत्म कर दिया है.
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Advocate Strike in Uttar Pradesh : हापुड लाठीचार्ज मामले में वकीलों की बड़ी जीत हुई है. सरकार ने उनकी सभी मांगों को मान लिया है. इसके बाद वकीलों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला किया है. बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने ऐलान किया है. बार काउंसिल ऑफ यूपी के उपाध्यक्ष अनुराग पाण्डेय ने बताया कि हापुड़ लाठीचार्ज मामले में दोषियों पर कार्रवाई की बात सरकार ने मान ली है. इससे पहले लखनऊ, हापुड़, गाजियाबाद से बांदा तक विरोध प्रदर्शन देखा गया था. लखनऊ बार एसोसिएशन के वकीलों ने भी गुरुवार को सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था. स्वास्थ्य भवन चौराहे पर वकील धरने पर बैठ गए थे. धरने में बार अध्यक्ष सुरेश पांडेय, महामंत्री कुलदीप नारायण मिश्रा समेत सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे. आम सभा के बाद वकीलों ने परिवर्तन चौराहे पर पुतला दहन किया.
दिल्ली तक आंदोलन की चेतावनी दी थी
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने इस हड़ताल का आह्वान किया था. आक्रोशित अधिवक्ताओं ने दिल्ली तक आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. वकीलों के प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था. प्रदर्शन स्थल के आसपास सभी रास्तों को बंद किया गया था. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस के तमाम अधिकारी मौजूद थे. स्वास्थ्य भवन चौराहे से परिवर्तन चौराहे तक मार्च कर वकीलों ने आगे बढ़ने का ऐलान किया था.
दो दिन हड़ताल का आह्वान था
बार काउंसिल ने उत्तर प्रदेश में 13 और 14 सितंबर को हड़ताल का आह्वान किया था. जबकि जिला अदालतों में 30 अगस्त को हापुड़ लाठीचार्ज के बाद से लगातार ही कामकाज ठप चल रहा था. वकील लगातार मांग कर रहे थे कि लाठीचार्ज के दौरान उन पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं. हापुड़ के जिलाधिकारी और एसपी अभिषेक वर्मा को हटाने की मांग कर रहे थे.अधिवक्ताओं की यह भी मांग थी कि राज्य में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए ताकि अधिवक्ताओं को फर्जी मुकदमों और पुलिस प्रशासन के दबाव से मुक्ति मिले.
हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट का इस्तीफा
वहीं हापुड़ लाठीचार्ज के मामले में कार्रवाई न होने पर मुख्य स्थायी अधिवक्ता तृतीय उच्च न्यायालय लखनऊ पीठ अखिलेश अवस्थी ने त्यागपत्र दे दिया था. हापुड़ में हुए लाठी चार्ज मामले में वकीलों को न्याय न दिला पाने से आहत होकर अखिलेश अवस्थी ने इस्तीफा सौंपा था. मुख्यमंत्री से मुलाकात का समय न मिलने उच्च अधिकारियों की मामले पर बेरुखी से वो नाराज हैं. उनका कहना है कि अब वो स्वतंत्र वकालत करेंगे. अखिलेश कुमार अवस्थी बार काउंसिल ऑफ़ उत्तर प्रदेश के सदस्य और पूर्व अध्यक्ष हैं.
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