Weekly Vrat Tyohar: सावन माह का आखिरी सप्ताह है खास, पड़ेंगे ये खास दिन, फटाफट नोट कर लें इस हफ्ते के व्रत और त्योहार
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Weekly Vrat Tyohar: सावन माह का आखिरी सप्ताह है खास, पड़ेंगे ये खास दिन, फटाफट नोट कर लें इस हफ्ते के व्रत और त्योहार

Sawan Last Week Vrat Tyohar: सावन का महीना चल रहा है...इस माह भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करने का विधान है...जुलाई का आखिरी सप्ताह काफी खास है...इस हफ्ते कई बड़े व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं....आइए जानते हैं इनके बारे में....

प्रतीकात्मक फोटो

Weekly Fast and Festivals 2023: जुलाई के आखिरी सप्ताह बहुत ही खास रहने वाला है. वर्तमान सप्ताह का शुभारंभ सावन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के साथ हो गया. क्योंकि इस हफ्ते सावन मास के तीसरे और अधिकमास के पहले सोमवार का व्रत किया गया.  इसके अलावा इस सप्ताह मंगला गौरी व्रत,  पुरुषोत्तमी एकादशी व्रत,बुधाष्टमी व्रत और रवि प्रदोष व्रत समते कई व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं. आइए जानते हैं इस सप्ताह के प्रमुख व्रत त्योहार के बारे में...

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इस सप्ताह रवि प्रदोष- पुरुषोत्तमी एकादशी का भी व्रत रखा जाएगा.  सावन का पूरा महीना शुभ माना जाता है.यह मास भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस माह में सोमवार के दिन शिवजी और मंगलवार के दिन मंगला गौरी का व्रत रखने का विधान है. 

सावन सोमवार व्रत sawan somvar vrat- (24 जुलाई, सोमवार)
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार का सोमवार खास रहा. इस दिन पुरुषोत्तम मास का पहला सोमवार है और सावन मास का तीसरा सोमवार का व्रत किया गया. ऐसा कहा जाता है कि प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने से वह जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. 

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मंगला गौरी व्रत Mangala Gauri Vrat- (25 जुलाई, मंगलवार)
अधिकमास का पहला और सावन के महीने का चौथा मंगल गौरी का व्रत रखा जाएगा. मंगला गौरी का यह व्रत मां पार्वती को समर्पित है. इस दिन मंगला गौरी का व्रत करने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है. अगर अविवाहित लड़कियां इस व्रत को करती हैं तो उनके शादी में आने वाली तमाम परेशानियां दूर हो जाती है.

बुधाष्टमी व्रत budhashtami fast- (26 जुलाई, बुधवार)
हिंदू पंचांग में सावन मास में अष्टमी तिथि व्रत का बहुत महत्व बताया गया है. इस दिन काल भैरव की पूजा शिव के साथ की जाती है. अगर बुधवार के दिन अष्टमी व्रत का संगम बनता है, तब बुध अष्टमी व्रत माना जाता है. यह व्रत और भी ज्यादा लाभकारी हो जाता है. इस व्रत को करने से भूत प्रेत व नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं.

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पुरुषोत्तमी एकादशी व्रत Purushottami Ekadashi fast- (29 जुलाई, शनिवार)
हिंदू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो बार एकादशी आती है. लेकिन पुरुषोत्तम एकादशी व्रत का अनंत गुना फल मिलता है. इस दिन व्रत रखकर के हरि और हर दोनों की पूजा एक साथ की जा सकती है. अधिकमास में पड़ने वाली एकादशी तिथि को पद्मिनी या पुरुषोत्तमी एकादशी भी कहते हैं. यह व्रत कीर्ति और मोक्ष देने वाला माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है.

रवि प्रदोष व्रत (Ravi Pradosh fast)- (30 जुलाई, रविवार)
हिंदू पंचांग के अनुसार पर हर महीने में दो बार प्रदोष व्रत आता है. अगर पुरुषोत्तम मास में रवि प्रदोष व्रत आए तो उसका बड़ा महत्व होता है. प्रदोष तिथि रविवार के दिन होने की वजह से इसे रवि प्रदोष व्रत कहते हैं. इस दिन भोले बाबा की प्रदोष काल में पूजा करने का विधान है.

डिस्क्लेमर-इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के तौर पर नहीं देखना चाहिए. यहां बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका Zee UPUK कोई दावा नहीं करते हैं. यहां दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

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