Hartalika Teej Ki Aarti: हरतालिका तीज व्रत की पूजा के बाद जरूर पढ़ें ये आरती, नहीं तो पूजा रह जाएगी अधूरी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1862879

Hartalika Teej Ki Aarti: हरतालिका तीज व्रत की पूजा के बाद जरूर पढ़ें ये आरती, नहीं तो पूजा रह जाएगी अधूरी

Hartalika Teej 2023: हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है... ये पर्व भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है.. ऐसी मान्यता है कि हरतालिका तीज का व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि के साथ-साथ संतान की प्राप्ति होती है...

Hartalika Teej Vrat 2023

Hartalika Teej Vrat 2023 Aarti: हर साल भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2023) का पर्व मनाया जाता है. हिंदू धर्म में हरतालिका तीज का पर्व बहुत महत्व रखता है.   इस दिन सुहागिन महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव की मिट्टी से बनी अस्थाई मूर्तियों की पूजा करती हैं. यह व्रत हरियाली तीज और करजी तीज के समान ही महत्व रखता है. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए देवी पार्वती ने सबसे पहले इस व्रत का पालन किया था. हिंदू  पंचांग के अनुसार इस साल हरतालिका तीज व्रत 18 सितंबर 2023 सोमवार के दिन रखा जाएगा. महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र के लिए कामना करती हैं. इस दिन आपको पूजा के समय मां पार्वती की ये आरती जरूर करनी चाहिए.

Hartalika Teej 2023: हरतालिका तीज कब मनाया जाएगा? पूजा के लिए शुभ मुहूर्त और विधि जानिए

कब है हरतालिका तीज व्रत?
हरतालिका तीज व्रत -18 सितंबर 2023
पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 06 बजकर 07 मिनट से सुबह 08 बजकर 34 मिनट तक रहेगा.

भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत- 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 08 मिनट से होगी.
तिथि का समापन- 18 सितंबर में दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर हो जाएगा.

Surya Grahan 2023: कुछ ही दिनों में लगने वाला 2023 का आखिरी सूर्यग्रहण, जानें क्या करें, क्या नहीं....

मां पार्वती की आरती
जय पार्वती माता, जय पार्वती माता
ब्रह्म सनातन देवी, शुभ फल की दाता
जय पार्वती माता.

अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता
जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता
जय पार्वती माता.

सिंह को वाहन साजे कुंडल है साथा
देव वधु जहं गावत नृत्य कर ताथा
जय पार्वती माता.

सतयुग शील सुसुन्दर नाम सती कहलाता
हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता
जय पार्वती माता.

देवन अरज करत हम चित को लाता
गावत दे दे ताली मन में रंगराता
जय पार्वती माता.

श्री प्रताप आरती मैया की जो कोई गाता
सदा सुखी रहता सुख संपति पाता
जय पार्वती माता.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा. 

Guru Vakri 2023: अगले 118 दिन तक देवगुरु बृहस्पति चलेंगे उल्टी चाल, इन तीन राशियों की होगी बल्ले-बल्ले

कंगाली का कारण हो सकता है जूते और चप्पल, जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र

 

Trending news