Lok Sabha Election 2024 Baghpat Seat: बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बागपत सीट से प्रवीण बैसला को अपना प्रत्याशी घोषित किया. जानें कौन हैं प्रवीण बैसला और माया ने बागपत से क्यों खेला 'गुर्जर कार्ड'?....
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Baghpat: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. तारीखों के ऐलान के बाद देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. सभी दलों के द्वारा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान भी किया जा रहा है. इसी क्रम में 17 मार्च 2024 को बसपा ने बागपत और मेरठ लोकसभा सीट से अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. बसपा ने बागपत से प्रवीण बैसला को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, मेरठ से देवव्रत त्यागी को चुनाव मैदान में उतारा है. मेरठ में बसपा ने पहली बार त्यागी पर भरोसा जताया है. शनिवार को चुनाव आयोग के ऐलान के बाद बागपत जिला निर्वाचन अधिकारी ने 11 नंबर लोकसभा सीट का पूरा कार्यक्रम घोषित कर दिया. बागपत में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होने हैं. पांच विधानसभा क्षेत्रों के 16.46 लाख 278 मतदाता बागपत सीट से मतदान करेंगे.
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कौन हैं प्रवीण बैसला?
बागपत लोकसभा सीट से बसपा ने प्रवीण बैसला को अपना उम्मीदवार बनाया है. प्रवीण बैसला खेकड़ा क्षेत्र के घिटौरा गांव के रहने वाले हैं. दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं. उन्होंने दिल्ली से विधानसभा चुनाव भी लड़ा है. बसपा ने प्रवीण बैसला को मैदान में उतारकर इस सीट पर मुकाबला रोमांचक कर दिया है. प्रवीण वर्ष 2007 से बसपा से जुड़े हैं. उन्होंने वर्ष 2015 बसपा की टिकट से दिल्ली की रोहताश नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. वहां आप के उम्मीदवार से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. वे दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं. दिल्ली में उनका आवास शाहदरा में है. प्रवीण बैसला की पत्नी अंजू बैसला निजी स्कूल में प्रधानाचार्य हैं. उनके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा विधि की पढ़ाई कर रहा है और छोटा बेटा पढ़ाई कर रहा है. प्रवीण के पिता जेपी बैसला भी शिक्षक थे. उनके भाई का दिल्ली में खुद का स्कूल है.
बसपा का गुर्जर कार्ड बढ़ाएगा मुश्किल
उत्तर प्रदेश की बागपत की लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को मतदान होना है. मायावती ने गुर्जर कार्ड खेलकर बागपत में लोकसभा सीट का मुकाबला दिलचस्प बना दिया है. बागपत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि रही है. इसलिए रालोद ने चौधरी परिवार के सबसे भरोसेमंद प्रत्याशी पर दांव लगाया है. लोकसभा चुनाव रालोद बीजेपी के साथ मिलकर लड़ रही है. चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिये जाने की घोषणा के बाद जयंत चौधरी ने इंडिया गठबंधन से दूरी बनानी शुरू कर दी थी. भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को 18वें लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. बागपत सीट पर होने जा रहे चुनाव में रालोद और बसपा के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल सकता है.