Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 को लेकर योगी सरकार कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है. कुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी के निर्देश पर अधिकारी दिन-रात काम में जुटे हुए हैं. ये कुंभ कई मायनों में ऐतिहासिक होगा.
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Mahakumbh 2025: महाकुंभ को लेकर योगी सरकार के निर्देश पर देश दुनिया के संतों और श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज में अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप इस बार के महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने में अफसर दिन रात जुटे हैं. जैसे-जैसे महाकुंभ की पवित्र घड़ी नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे मेला अपना आकार लेता जा रहा है. मेला क्षेत्र में 07 अखाड़ों का घेरा बनाकर तैयार किया जा चुका है. साथ ही 09 थाने और 05 चौकियों के निर्माण का काम अपने अंतिम चरण में है.
Grand Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं. जैसे-जैसे महाकुंभ की पवित्र घड़ी नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे मेला अपना आकार लेता जा रहा है. देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं और संतों के लिए वीआईपी कैंप बनाए जाएंगे जो राजमहल की सुविधा जैसा फील देंगे.
मेला क्षेत्र में 07 अखाड़ों का घेरा
मेला क्षेत्र में 07 अखाड़ों का घेरा बनाकर तैयार हो चुका है. इसके अलावा 09 ऐसे वीआईपी कैम्प भी बनाए जा रहे हैं, जो बड़े-बड़े राजमहलों को मात देंगे.
आधुनिक सुविधा से लैस होंगे कमरे
जानकारी के मुताबिक इनमें 14/28 फीट के बहुत ही सुंदर कमरे बनाए जा रहे हैं, जो हर आधुनिक सुविधा से लैस होंगे. महाराजा-शैली के इन टेंटों की डिजाइन श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र होगी.
100 फीट ऊंचे प्रवेश द्वार
श्रद्धालुओं को मेले के प्रवेश द्वार पर ही अद्भुत नजारे देखने को मिलेंगे. महाकुंभ के आयोजन स्थल को कई सेक्टरों में विभाजित किया गया है, जो समुद्र कूप से साधु कुटी तक रोशनी और सजावट से जगमगाएंगे. मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर 100 फीट ऊंचे प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति और विरासत का जीवंत उदाहरण पेश करेंगे.
महाराजा टेंट की स्टाइल कैंप
वीआईपी कैम्प को महाराजा टेंट की स्टाइल में बनाया जा रहा, जो पर्यटकों के लिए अच्छा खासा आकर्षण रहेगा. अरैल में काम सबसे तेज गति से चल रहा है. यहां पर जो कैम्प बनाए जा रहे हैं, उनमें स्टील के फ्रेम और लोहे की पाइप का इस्तेमाल किया जा रहा है. पूरा फोकस कैंप की आज सज्जा के साथ ही इसके बेस को मजबूत बनाने पर है. किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
अरैल में तीन थाने बनाए जा चुके
बता दें कि तीन थाने अरैल में बनाए जा चुके हैं. झूंसी की पुलिस लाइन का भी काम दिन रात चल रहा है. समुद्र कूप से लेकर साधु कुटी तक विभिन्न सेक्टरों में मेला क्षेत्र जगमगा उठेगा. इसके साथ ही 09 थाने और 05 चौकियों के निर्माण का काम भी अपने आखिरी स्टेज में है.
डिजिटल गैलरी के माध्यम से अद्भुत अनुभव
महाकुंभ की पौराणिक परंपरा और गाथा को वीआर (वर्चुअल रियलिटी) और डिजीटल तकनीक के माध्यम से नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर बनाया जा रहा है.डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर वर्चुअल रियलिटी, होलोग्राम और डिजिटल प्रोजेक्शन की तकनीक से महाकुंभ, त्रिवेणी संगम और प्रयागराज महात्म्य की पौराणिक कथाओं को दर्शाएगा. 27 नवंबर के अपने प्रयागराज दौरे में सीएम योगी डिजिटल महाकुंभ एक्सपीरिएंस सेंटर की रूपरेखा का अवलोकन करेंगे. कुम्भ, प्रयागराज और त्रिवेणी संगम के समृद्ध इतिहास और विरासत की अनोखी अनुभूति करवाएगा.