New Parliament Building: नई संसद के गज द्वार पर फहराया गया तिरंगा, उपराष्ट्रपति ने किया ध्वजारोहण
Advertisement
trendingNow11875282

New Parliament Building: नई संसद के गज द्वार पर फहराया गया तिरंगा, उपराष्ट्रपति ने किया ध्वजारोहण

New Parliament Flag Hoisting: नए संसद भवन में आज पहली बार ध्वजारोहण (Flag Hoisting) हुआ. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गज द्वार पर तिरंगा झंडा फहराया. इस समारोह में तमाम पार्टियों के नेता शामिल हुए.

New Parliament Building: नई संसद के गज द्वार पर फहराया गया तिरंगा, उपराष्ट्रपति ने किया ध्वजारोहण

Tricolour Flag Hoisting In New Parliament: संसद की नई बिल्डिंग पर पहली बार आज (रविवार को) तिरंगा (Tricolour) फहराया गया. राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने नए संसद भवन (New Parliament Building) के गज द्वार पर ध्वजारोहण किया. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान मोदी कैबिनेट समेत कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. 19 सितंबर से नई संसद में विशेष सत्र होगा. उस दिन पहले गणेश चतुर्थी के मौके पर विधि-विधान से पूजा होगी और फिर नई संसद में विशेष सत्र के लिए एंट्री होगी. जान लें कि दिसंबर, 2020 नई संसद की नींव रखी गई थी और 28 मई 2023 को नई संसद का उद्घाटन हुआ था. इसके बाद आज गज द्वार पर पहली बार तिरंगा फहराया गया.

पुरानी संसद में आखिरी सर्वदलीय बैठक

बता दें कि संसद के विशेष सत्र से पहले आज सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. मौजूदा संसद भवन में ये सरकार की आखिरी सर्वदलीय बैठक होगी. 18 सितंबर से संसद का विशेष सत्र शुरू हो रहा है. ऐसे में इस सत्र के शुरू होने से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक, खबर है कि कांग्रेस की ओर से मनीष तिवारी इस बैठक में शामिल हो सकते है. सत्र में कई अहम बिलों पर चर्चा और इनके पारित होने की कयास लगाए जा रहे हैं.

विशेष सत्र पर गरमाई सियासत

आज शाम साढ़े 4 बजे शुरू होने वाली इस बैठक में सरकार विशेष सत्र के बारे में सभी दल के नेताओं को जानकारी देगी और उनके साथ विचार-विमर्श करेगी. विशेष सत्र के एजेंडे को लेकर सियासत गरमाई हुई है. इस बात पर चर्चा हो रही है कि सरकार कोई चौंका देने वाला प्रस्ताव पेश कर सकती है.

कौन से बिल हो सकते हैं पेश?

हालांकि, सरकार ने यह साफ कर दिया है कि पांच दिवसीय सत्र में कौन-कौन से विधेयकों पर चर्चा होगी. हालांकि, सरकार को संसद में कुछ नए कानून या दूसरे आइटम पेश करने का विशेषाधिकार भी प्राप्त है. जिसका इस्तेमाल सरकार ले सकती है.

Trending news