ये झुंझुनूं जिले का वृंदावन धाम है। इस वृंदावन धाम की अपनी अलग ही महत्ता है। और जन्माष्टमी के दिन तो यहां दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यह वृंदावन धाम काटली नदी के मुहाने पर है। इस धाम को बाबा पुरूषोत्तमदास जी ने बसाया था। मान्यता है कि करीब 500 साल पहले मथुरा के हरिदास जी महाराज ने अपने शिष्य बाबा पुरूषोत्तमदास को आदेश दिया था कि वह मथुरा से निकलकर कहीं दूसरी जगह जाएं और वहां पर वृंदावन धाम बसाएं