Tonk News:आखिर कब मिलेगी टोंक जिला मुख्यालय को रेल की सौगात,कई वर्षो से लोग हैं परेशान
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Tonk News:आखिर कब मिलेगी टोंक जिला मुख्यालय को रेल की सौगात,कई वर्षो से लोग हैं परेशान

Tonk News:प्रदेश के टोंक जिला मुख्यालय पर रेल सेवा नहीं होने से टोंक शहरवासियों की ओर से पिछले कई वर्षों से टोंक में रेल लाओ संघर्ष समिति बनाकर रेल लाने का प्रयास किया जा रहा है.

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Tonk News:प्रदेश के टोंक जिला मुख्यालय पर रेल सेवा नहीं होने से टोंक शहरवासियों की ओर से पिछले कई वर्षों से टोंक में रेल लाओ संघर्ष समिति बनाकर रेल लाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रतिवर्ष केंद्र सरकार की ओर से जारी होने वाले बजट में टोंक को रेल सेवा से जोड़े जाने की घोषणा पर सभी की निगाह रहती है,लेकिन किसी प्रकार की घोषणा नहीं होने से मंसूबे अधूरे रह जाते है. 

वहीं टोंक जिले के मालपुरा में जहां रेल सेवा चलती थी अब रेल सेवा बंद होने से रेल का नामोनिशान नहीं है तथा रेलवे की जमीन पर अतिक्रमियों ने अतिक्रमण कर लिया है.अन्य सरकारी विभागों ने भी रेलवे के यार्ड व क्वाटर्स में अपने कार्यालय खोल रखे हैं.

थानाधिकारियों ने अपने आवास बना रखे है.मालपुरा में भी दोबारा से रेल चलाने के लिए मालपुरा विकास मंच का गठन कर आवाज उठने लगी है.जयपुर से टोडारायसिंह के लिए 1954 में रेल सेवा शुरू की गई थी. लेकिन रेल सेवा घाटा का सौदा होने के कारण 1992 में इसे बंद कर दिया गया. 

तत्कालीन समय में क्षेत्र के लोगों ने आंदोलन भी किया था लेकिन उसे अनदेखा कर दिया गया. वर्ष 1954 में जयपुर से टोडारायसिंह वाया सांगानेर, फागी, रेनवाल, डिग्गी, मालपुरा व टोरडी होते हुए टोडारायसिंह तक रेल लाइन बिछाई गई थी. 

इस पर शटल सेवा शुरू की गई थी. लेकिन बाद में रेलवे ने घाटे का सौदा बताकर 1992 में इस शटल सेवा को बंद कर दिया गया तथा 1993 में रेल की पटरियों को हटा दिया गया. रेल पटरियों के हटने के बाद से ही रेलवे की करोड़ों रुपए की भूमि पर अतिक्रमण हो गए हैं इसके अधिकारी भी आंखे मूंद के बैठे हुए हैं. 

इस भूमि को बीसलपुर जयपुर पेयजल प्रोडक्ट खंड जयपुर को स्थानांतरित कर देने के बाद अधिकारियों के अनदेखी के चलते भूमियों पर लगातार अतिक्रमण हो रहे हैं.रेलवे की लाइन पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सड़कों का निर्माण कर दिया वही नगर पालिका ने पट्टे जारी कर दिए.लोगों ने सैकड़ो बीघा भूमि पर अतिक्रमण कर खेती करना शुरू कर दिया. 

रेलवे के खाली पड़े भवनों में भी अतिक्रमण हो रखे हैं लोग इनकी खिड़की दरवाजे व लोहे का सामान चोरी कर ले गए हैं. मालपुरा में रेल सेवा को दोबारा से शुरू करने के लिए मालपुरा विकास मंच, सांगानेर संघर्ष समिति, पंच तीर्थ रेल दर्शन समिति, श्वेतांबर जैन समाज इंदौर, नाथद्वारा रेल संघर्ष समिति की ओर से गत दिनों केंद्रीय रेल मंत्री को ज्ञापन भी दिया गया.

सांगानेर से नाथद्वारा वाया मालपुरा टोडारायसिंह होते हुए रेल सेवा शुरू करने की मांग की है. जिससे विश्व प्रसिद्ध डिग्गी कल्याण जी महाराज, विश्व प्रसिद्ध जैन दादाबाड़ी मालपुरा, भीलवाड़ा चित्तौड़गढ़ व नाथद्वारा क्षेत्र के लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा.रेल की पटरियां उखड़ने के साथ ही क्षेत्र का विकास भी थम सा गया है. 

कोई भी बड़ी औद्योगिक इकाई नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ता है. मालपुरा विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग जयपुर की ओर पलायन कर गए हैं तथा वहां रोजगार करते हुए अपना जीवन यापन करते हैं. 

लंबे अरसे के बाद मालपुरा में वर्तमान में मालपुरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक कन्हैयालाल चौधरी को राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है लोगों की आशा बंधी है कि कैबिनेट मंत्री के प्रयासों से एक बार फिर मालपुरा में रेल सेवा शुरू हो सकती है. 

कांग्रेस सरकार ने अपने शासन के अंतिम समय में मालपुरा को जिला बनाने की घोषणा की थी. मालपुरा जिला बनने की योग्यता पूरी रखता है क्षेत्र में रेल सेवा शुरू होने से मालपुरा को जिला बनाने की मांग भी पूरी हो सकती है क्षेत्र के सभी प्रकार के विकास के लिए भी मालपुरा क्षेत्र से होकर रेल सेवा शुरू होनी चाहिए.

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