टोंक में नहर से छोड़े गये पानी के चलते सरसों की फसल को नुकसान हो सकता है जिसको लेकर एडीएम को किसानों ने ज्ञापन दिया है
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Tonk News : राजस्थान के टोंक जिले में मालपुरा उपखंड के लाम्बाहरिसिंह कस्बे के राम सागर बांध से निर्माणधीन नहरों में पानी छोड़ने से खेतोँ में पानी भर गया. इससे किसानों की फ़सले गलने की संभावना बढ़ गई है. इसको लेकर किसानों ने आक्रोश जताते ADM प्रभाती लाल को ज्ञापन दिया है.
किसानों ने बताया कि लाम्बाहरिसिंह कस्बे के रामसागर बांध से कच्ची नहर में रबी फ़सल की सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है. इन नहरों को पक्का करने के लिए केंद्र सरकार ने जायका योजना के तहत करीब साढ़े चार करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे, दो साल से नहरों का पक्का निर्माण करवाया जा रहा है.
इनका निर्माण पूरा भी नही हुआ कि कल इन निर्माणधीन नहरों में ठेकेदार की हठधर्मिता और अधिकारियों की लापरवाही के चलते नहरों में पानी छोड़ दिया गया, जो नहरे पक्की बनी थी उनमें घटिया मेटेरियल इस्तेमाल किया गया और घटिया मटेरियल के इस्तेमाल के चलते नहरो की दीवारों पर दरारे आ गई और पहली बार पानी छोड़ते ही पानी नहरों को तोड़ते हुए लगभग 20 बीघा सरसों की बोई गई फसल में भर गया, अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही के चलते किसानों की फसल गलने के कगार पर है और बांध से हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह गया.
आज इसकी सूचना पर पहुंचे अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभाती लाल जाट को कस्बे के बस स्टैंड पर किसानों ने अपनी समस्या से अवगत करवाया और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में किसानों ने हवाला दिया के ठेकेदार के हठधर्मिता के चलते बांध के तल के पास ठेकेदार ने नहर का लेवल नीचा और नहर के अंतिम टेल की तरफ नहर का लेवल ऊंचा रख दिया. किसान छीतर सिंह, सत्यनारायण रेगर ने बताया कि नहरे निर्माणधीन होने से सरसों के खेतों में पानी भर गया है. फ़सले गलने के कगार पर है.
किसानों द्वारा खुद पानी खेतों में लेने की जानकारी मिली है:
जल संसाधन विभाग के XEN अशोक जैन ने बताया कि में नहीं टूटी है. किसान ही नहर में अवरोधक लगाकर खेतों में पानी लेने की जानकारी आई है. फिर भी ऐसी बात है तो दिखवाता हूं.
रिपोर्टर- पुरुषोत्तम जोशी
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