श्रीगंगानगर न्यूज: घग्घर नदी के पानी में डूबने से दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया. जानिए पूरा मामला क्या है.
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Sriganganagar News: अनूपगढ़ के गांव 68/ 3 जीबी में घग्घर नदी के पानी में डूबने से दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया. घर पर दो बच्चे अपने पिता का इंतजार कर रहे थे लेकिन घर पर पिता नहीं पिता के मौत का समाचार पहुंचा. घर पर युवक के मौत का समाचार मिलते ही घर पर कोहराम मच गया. मृतक क्षेत्र के गांव 18 ए का निवासी था.मृतक लेखराम गांव 2 पीजीएम में एक खेत मे मजदूरी का काम करता था.रविवार देर शाम मृतक जब घग्घर नदी से मोटर से उठाकर खेत में पानी लगा रहा था उस समय यह दर्दनाक हादसा हो गया.अनूपगढ़ थाने के एएसआई कालूराम मीणा ने शव को अनूपगढ़ की मोर्चरी में रखवाया गया है सोमवार को शव पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
पैर फिसला और हुआ असंतुलित
जानकारी के अनुसार लेखराम (33) पुत्र तुलसाराम नायक ग्राम पंचायत 22 ए के गांव 18 ए का निवासी था.मृतक गांव 2 पीजीएम में रविवार शाम करीब 7:30 बजे एक खेत में मजदूरी कर रहा था और पास में ही गांव 68 /3 जीबी में घग्घर नदी के पानी को खेतों में लगा रहा था. पानी लगाते हुए अचानक उसका पैर फिसल गया और वह असंतुलित होकर पानी में गिर गया और बाहर निकलने का प्रयास करने लगा. पानी के अंदर उसको बाहर निकलने का प्रयास करते हुए ग्रामीणों ने देख लिया और उसे बचाने का प्रयास करने लगे. ग्रामीणों ने बताया कि उस स्थान पर पानी लगभग आठ से दस फीट गहरा था. जिस पर उसे निकालने में लगभग 45 मिनट से अधिक का समय लग गया,जब तक उसे पानी से निकाला जाता उसकी मौत हो चुकी थी.
जनप्रतिनिधि भी पहुंचे अस्पताल
ग्रामीण उसे राजकीय चिकित्सालय लाए जहां चिकित्सकों ने भी उसे मृत घोषित कर दिया और सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पुलिस के अलावा ग्राम पंचायत 22 ए के सरपंच दिनेश शर्मा,पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष मोहित छाबड़ा,कांग्रेस प्रदेश सचिव रामदेवी बावरी,कमलेश मेघवाल, सहित अन्य कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. वहीं मामला रामसिंहपुर पुलिस थाना क्षेत्र का होने के कारण रामसिंहपुर पुलिस को सूचना दी गई. मृतक का सोमवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
मृतक परिवार का मजदूरी कर करता था जीवन यापन
मृतक लेख राम के परिवार में उसके माता-पिता,दो छोटे भाई, पत्नी ममता, 13 वर्षीय बेटी पायल और 11 वर्षीय बेटे अंकुश के साथ गांव 2 पीजीएम में रहता था. मृतक और उसके भाई मजदूरी कर अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रहे थे मगर लेखराम की मौत होने पर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
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