श्रीगंगानगर- ईद-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मुसलमान समाज ने निकाला जलसा, विभिन्न धर्मो के लोगों ने किया स्वागत
Advertisement

श्रीगंगानगर- ईद-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मुसलमान समाज ने निकाला जलसा, विभिन्न धर्मो के लोगों ने किया स्वागत

Eid-Milad-Un-Nabi: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में आज ईद-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मुसलमान समाज के द्वारा जलसा निकाला गया है. अनूपगढ़ की मस्जिद से शुरू होकर गर्ल्स स्कूल रोड, गीता चौक, कनॉट प्लेस चौक होते हुए राहु पीर पहुंचा जहां इसका धूमधाम से समापन किया गया.

श्रीगंगानगर- ईद-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मुसलमान समाज ने निकाला जलसा, विभिन्न धर्मो के लोगों ने किया स्वागत

Eid-Milad-Un-Nabi: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में आज ईद-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर मुसलमान समाज के द्वारा जलसा निकाला गया है. यह जलसा अनूपगढ़ की मस्जिद से शुरू होकर गर्ल्स स्कूल रोड, गीता चौक, कनॉट प्लेस चौक होते हुए राहु पीर पहुंचा जहां इसका धूमधाम से समापन किया गया. ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर निकाले गए जलसे में सैकड़ो की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए. जलसे का जगह-जगह विभिन्न धर्मो के लोगों के द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया और मुस्लिम समाज के लोगों को मिठाई खिलाकर आज के दिन के मुबारकबाद दी गई.

जलसे में मुसलमान समाज के लोगों के द्वारा हाथ में तिरंगा लेकर भारत माता की जय के जयघोष भी लगाए गए. मुसलमान समाज के लोगों ने बताया कि आज का दिन पूरे हिंदुस्तान में बड़ा ही महत्व रखता है. मुस्लिम समाज के लोगों ने बताया कि ईद मिलाद उन नबी एक विशेष महत्व रखता है. यह दिन पैगंबर मोहम्मद की जयंती के रूप में मनाया जाता है. जिसे ईद-ए-मिलाद भी कहते हैं. पार्षद मुराद खान ने बताया कि ईद ए मिलाद का यह जन्म उत्सव मोहम्मद पैगंबर के जीवन और उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं को याद दिलाता है.हालांकि मोहम्मद का जन्मदिन एक खुशहाल अवसर है लेकिन मिलाद उन नबी शोक के दिन के तौर पर भी मनाया जाता है जिसका कारण यह है कि रबी उल अव्वल के 12 वे दिन ही पैगंबर मोहम्मद की मृत्यु हुई थी.

यह भी पढ़े- Rishi sunak success story: मेडिकल शॉप पर काम करने वाला साधारण सा लड़का इस तरह बना ब्रिटेन का प्रधानमंत्री

जगह-जगह पर इन्होंने किया स्वागत
मुस्लिम समाज के द्वारा निकाले गए जलसे का मुख्य बाजार में जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. आज सुमित सुथार, रामदेव बावरी, छगन बजाज, भजनलाल कामरा, विजय धूड़िया, कमलेश मेघवाल सहित अन्य लोगों के द्वारा मुस्लिम समाज के लोगों पर पुष्प वर्षा कर और मिठाई खिलाकर जलसे का स्वागत किया गया. मुस्लिम समाज के लोगों ने बताया कि आज के दिन जगह-जगह पर हुए स्वागत कार्यक्रम काफी प्रशंसनीय है और यह स्वागत भाईचारे और एकता का प्रतीक है.

Trending news