Sri ganganagar latest news: एक ओर राजस्थान सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का दावा कर रही है और अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सरकार के द्वारा अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूल भी खोले गए हैं. मगर स्कूलों में स्टाफ नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है.
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Sri ganganagar news: एक ओर राजस्थान सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का दावा कर रही है और अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सरकार के द्वारा अंग्रेजी माध्यम सरकारी स्कूल भी खोले गए हैं. मगर सरकार के द्वारा खोले गए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में स्टाफ नहीं होने के कारण स्कूल में पढ़ने वाले 102 बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ता है. अनूपगढ़ के सेठ बुलचंद नागपाल सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में स्टाफ नहीं होने के कारण आज अभिवावकों ने रोष प्रकट करते हुए स्कूल का मुख्य गेट बंद कर स्कूल के सामने ही बच्चों के साथ धरना लगा दिया है.
अभिवावकों को ने बताया कि पूर्व में डीईओ जितेंद्र कुमार को कई बार समस्या से अवगत करवाया गया है, मगर उन्होंने इस समस्या की ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया. जब मीडिया ने डीईओ जितेंद्र कुमार से इस मामले की जानकारी लेना चाही तो डीईओ जितेंद्र कुमार ने बताया कि परिजनों को 7 अक्टूबर तक का आश्वासन दिया हुआ है. परिजनों ने आज जो धरना लगाया है इसका कोई भी औचित्य नहीं है.अगर परिजन अनुशासनहीनता करते हैं तो उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा.
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विद्यालय में 102 बच्चों का है प्रवेश
अनूपगढ़ में सेठ बुलचंद नागपाल सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल जुलाई 2023 से ही शुरू किया गया है ताकि बच्चे सरकारी स्कूल में इंग्लिश माध्यम में अपनी पढ़ाई कर सके. अभिवावकों ने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने का सपना देखकर अपने बच्चों का इस विद्यालय में प्रवेश करवाया था. इस विद्यालय में सत्र 2023 के लिए 102 बच्चों का प्रवेश हुआ है मगर विद्यालय में स्टाफ नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.
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अभिभावकों ने टीसी कटवाने की दी धमकी
स्कूल के सामने धरने पर बैठे अभिभावकों ने बताया कि काफी समय से डीईओ जितेंद्र कुमार को इस समस्या से अवगत करवाया गया है मगर जितेंद्र कुमार के द्वारा पिछले 1 महीने से लगातार आश्वासन ही दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अनूपगढ़ जिले के शिक्षा अधिकारी बच्चों की शिक्षा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है जो कि चिंता का विषय है. आज धरने पर बैठे अभिभावकों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर तुरंत प्रभाव से इस विद्यालय में अध्यापकों की नियुक्ति नहीं की गई तो सभी अभिभावक अपने बच्चों को इस विद्यालय से हटा लेंगे और किसी अन्य विद्यालय में लगा देंगे.
अध्यापकों की की जा चुकी है मांग
इस विद्यालय में वर्तमान में 102 बच्चे अध्यनरत हैं और 102 बच्चों पर एक प्रिंसिपल व दो अन्य स्टाफ नियुक्त किए गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार स्कूल के प्रिंसिपल पूर्व में भी पत्र लिखकर शिक्षा विभाग से चार स्टाफ की मांग कर चुके है. मगर शिक्षा विभाग ने प्रिंसिपल के पत्र की ओर भी ध्यान नहीं दिया.
डीईओ ने मामला दर्ज करवाने की दी धमकी
जब मीडिया ने डीईओ जितेंद्र कुमार से इस मामले की जानकारी लेना चाही तो डीईओ जितेंद्र कुमार ने बताया कि परिजनों को 7 अक्टूबर तक का आश्वासन दिया हुआ है. परिजनों ने आज जो धरना लगाया है इसका कोई भी औचित्य नहीं है.अगर परिजन अनुशासनहीनता करते हैं तो उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाएगा.