रणथंभौर को प्लास्टिक मुक्त बनाने का मिशन, सफाई अभियान से दिख रहा असर
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रणथंभौर को प्लास्टिक मुक्त बनाने का मिशन, सफाई अभियान से दिख रहा असर

सवाई माधोपुर का रणथंभौर नेशनल पार्क बाघों की अठखेलियां को लेकर विश्व पटल पर अपनी अलग ही पहचान रखता है बाघों की एक झलक पाने के लिए सात समंदर पार से भी सैलानी बरबस रणथंभौर की ओर खींचे चले आते हैं. सवाई माधोपुर में वन्य जीव एवं जंगल को बचाने के लिए यहां के युवाओं ने भी अब कमर कस ली है.

रणथंभौर को प्लास्टिक मुक्त बनाने का मिशन, सफाई अभियान से दिख रहा असर

Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर का रणथंभौर नेशनल पार्क बाघों की अठखेलियां को लेकर विश्व पटल पर अपनी अलग ही पहचान रखता है बाघों की एक झलक पाने के लिए सात समंदर पार से भी सैलानी बरबस रणथंभौर की ओर खींचे चले आते हैं. सवाई माधोपुर में वन्य जीव एवं जंगल को बचाने के लिए यहां के युवाओं ने भी अब कमर कस ली है. उन्होंने रणथंभौर नेशनल पार्क में मिशन बीट प्लास्टिक नाम से अभियान चलाकर जंगल को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए अभियान चला रखा हैं बाघ संरक्षण एवं ग्रामीण विकास समिति की ओर से मिशन बीट प्लास्टिक अभियान की शुरुआत 7 जून 2019 को सवाई माधोपुर के रणथंभौर नेशनल पार्क में की गई.

शुरुआत में महज 5 युवाओं का एक ग्रुप रणथंभौर में कैरी बैग और प्लास्टिक की साफ सफाई में जुटा लेकिन धीरे-धीरे लोगों में जागरूकता बढ़ी और लोग जुड़ते गए कारवां बनता गया. वर्तमान की बात करें तो लगभग 60 युवा संस्थान की ओर से प्रत्येक सप्ताह रणथंभौर नेशनल पार्क अलग-अलग क्षेत्रों में प्लास्टिक और कैरी बैग को बीन कर बाहर लाकर नष्ट करते हैं लगातार चलाए जा रहै सफाई अभियान मैं यहां के ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी धीरे-धीरे जुड़ने लगे हैं.

बता दें कि 27 फरवरी 2022 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में रणथंभौर नेशनल पार्क का जिक्र करते हुए रणथंभौर में मिशन बीट प्लास्टिक के अभियान को खूब सराहना दी थी. प्रधानमंत्री मोदी से उद्बोधन में रणथंभौर का नाम आने के बाद लोगों में जागरूकता बढ़ी और वह मोदी की प्रेरणा से भी सफाई अभियान में जुट गए. वर्तमान में रणथंभौर नेशनल पार्क के विभिन्न क्षेत्रों में प्रत्येक रविवार को सफाई अभियान चलाया जा रहा है. लगभग 3 वर्ष से चल रहे अभियान का असर अब धीरे-धीरे रणथंभौर नेशनल पार्क में दिखने लगा है.

पहले जहां छोटी मोटी प्लास्टिक और कैरी बैग से चीतल सांभर बंदर जैसे वन्यजीव खेलते और खाते नजर आते थे अब जंगल में कहीं भी प्लास्टिक और कैरी बैग नजर नहीं आ रही है ऐसे में पर्यावरण के साथ-साथ वन्यजीवों के भी जान की रक्षा हो सकेगी. संस्था के अध्यक्ष रूप सिंह मीणा ने बताया कि यह अभियान लगातार चलता रहेगा और आने वाले समय में इस अभियान को और भी विस्तृत रूप में अमल में लाया जाएगा संस्था के सदस्य लगातार रणथंभौर नेशनल पार्क से जुड़ी हुई परिधि के गांव में ग्रामीण लोगों को भी पॉलिथीन और कैरी बैग को लेकर जागरूक कर रहे हैं.

रणथंभौर नेशनल पार्क में दर्जनों ऐसे मंदिर है. जहां लगातार श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है ऐसे में श्रद्धालु अगरबत्ती के रैपर पॉलीथिन आदि सामान भी मंदिर के आसपास फेंक देते हैं जिससे जानवरों को इसका नुकसान होता था इन्हीं सब बातों को लेकर संस्था की ओर से रणथंभौर में सफाई अभियान चलाया गया जिसे मिशन बीट प्लास्टिक का नाम दिया गया 3 वर्ष बाद अब इस अभियान का असर धीरे-धीरे दिखने लगा है जंगल साफ सुथरा नजर आने लगा है वही जिले के वन अधिकारी भी इस अभियान की काफी सराहना कर रहे हैं

पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए दिए जा रहे कपड़े के बने थैले

सवाई माधोपुर मेंबाघ संरक्षण एवं ग्रामीण विकास समिति के तत्वाधान में मिशन बीट प्लास्टिक रणथंभौर अभियान के तहत रणथंभौर नेशनल पार्क परिक्षेत्र में स्थित जोगी महल के प्रवेश द्वार पर त्रिनेत्र गणेश मंदिर परिक्रमा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को कपड़े के बैग वितरित किए. साथ ही संस्था सदस्यों द्वारा श्रद्धालुओं से पॉलीथिन कैरी बैग का बहिष्कार करने की अपील की गई,

साथ ही प्लास्टिक व पॉलीथिन के दुष्परिणामों की जानकारी देकर जागरूक भी किया गया. गौरतलब है कि संस्था सदस्यों द्वारा विगत करीब तीन सालों से हर महीने गणेश चतुर्थी के दिन जोगी महल गेट पर त्रिनेत्र गणेश परिक्रमा जाने वाले श्रद्धालुओं को कपड़े के बैग वितरित किए जाते हैं तथा लोगों को प्लास्टिक व पॉलीथिन से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जाता है. इस दौरान वन रणथंभौर के डोएफओ संग्राम सिंह , जोगीमहल फोरेस्टर रामसिया बैरवा , वनकर्मी रामहेत, धारासिंह गुर्जर सहित संस्था सदस्य , जसराम मीना , विष्णु म , दिनेश, सुनील जोरवाल , रूप सिंह मीणा आदि मौजूद रहे.

Reporter- Arvind Singh

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