अब डार्क जोन में भी नाप लेंगे बारिश का पानी, ताकि हो सके जल सरंक्षण
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1287816

अब डार्क जोन में भी नाप लेंगे बारिश का पानी, ताकि हो सके जल सरंक्षण

इस प्रोजेक्ट के तहत जल सुरक्षा प्लान तैयार किया जाएगा. वर्षा मापन यंत्र के जरिए गांव में पानी के खर्च और बचत के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होगी. यानि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिदिन कितनी बारिश हो रही है उसका मापन किया जा रहा है 

अब डार्क जोन में भी नाप लेंगे बारिश का पानी, ताकि हो सके जल सरंक्षण

Rajsamand : केंद्र सरकार की अटल भूजल योजना के तहत प्रदेश की सरकार इस पर काम कर रही है, तो वहीं इस योजना से ग्रामीण इलाकों में भूजल स्तर का पता चलेगा. बता दें कि अटल भूजल योजना के तहत गहलोत सरकार काफी तेजी से काम कर रही है. इस योजना से राज्य के गिरते भूजल स्तर की रोकथाम और सामुदायिक सहभागिता से भूजल प्रबंधन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए राज्य के चिन्हित 17 जिलों की 38 पंचायत समितियों की 1144 ग्राम पंचायतों में अटल भूजल योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है.

इसी योजना के तहत राजस्थान के राजसमंद जिले में तेजी से कार्य किया जा रहा है और पहली बार ग्राम पंचायत स्तर पर वर्षा मापन यंत्र लगाए जा रहे हैं. जिसकी शुरूआत हो चुकी है और पहला वर्षा मापन यंत्र राजसमंद के ग्राम पंचायत महामादड़ी भवन की छत पर लगाया गया है, जो कि डार्क जोन में आता है.

अभी राजसमंद के एक ब्लॉक पर कार्य किया जा रहा है, यहां पर कुल 8 ब्लॉक हैं. डार्क जोन में होने की वजह से इस एक ब्लॉक पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत कार्य हो रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत 33 ग्राम पंचायत चयनित हुई है. जिसमें लगभग 153 गांव हैं. बता दें कि अटल भूजल योजना प्रोजेक्ट, राजसमंद चेयरपर्सन होने के चलते राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की देखरेख में कुल 17 लोगों की टीम काम में लगी है, जिसमें भूजल वैज्ञानिक नोडल अधिकारी अटल भूजल योजना संदीप जैन, आईसी एक्सपर्ट फारूक, डेटा प्रोसेसर भैरूलाल रेगर सहित अन्य शामिल हैं.

बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत जल सुरक्षा प्लान तैयार किया जाएगा. वर्षा मापन यंत्र के जरिए गांव में पानी के खर्च और बचत के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त होगी. यानि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिदिन कितनी बारिश हो रही है उसका मापन किया जा रहा है और इस यंत्र के माध्यम से जहां पानी की कमी मिलेगी वहां पर इस योजना के तहत एनीकट का निर्माण करवाया जाएगा. 

बता दें कि गांव में लगे इस यंत्र को देखने के लिए स्कूली बच्चे व ग्रामीण आ रहे हैं, तो वहीं संबंधित अधिकारियों द्वारा इस यंत्र के बारे में जानकारी भी दी जा रही है, सबसे खास बात ये है कि बच्चों के सिलेबस में अटल भूजल योजना और इस यंत्र के बारे में जिक्र भी किया गया है. अब इस वर्षा मापन यंत्र को प्रेक्टिकली देखने पर बच्चे काफी खुश दिखाई दिए.

राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना के मुताबिक वर्षा मापी यंत्र राजसमंद ब्लॉक में लगाए जा रहे हैं, कुल 33 वर्षा मापक यंत्र लगाए जाने हैं, जिसमें से अभी एक वर्षा मापक यंत्र लगाया जा चुका है और 32 वर्षा मापक यंत्र अगस्त महीने में लगा दिए जाएंगे. पहले ये वर्षा मापक यंत्र तहसील लेवल पर होते थे. अब ये यंत्र ग्राम पंचायत स्तर पर लगाए जा रहे हैं.

रिपोर्टर- देवेंद्र शर्मा

ये भी पढ़ें : राजस्थान में लम्पी स्किन बीमारी को लेकर टेंशन, पशुपालन मंत्री ने मिशन मोड पर काम के निर्देश दिए

ये भी पढ़ें : पीएम मोदी के हर घर तिरंगा अभियान को लेकर जोश, पोस्ट ऑफिस में तिरंगा लेने वालों की भीड़
राजसमंद की खबरों के लिए यहां क्लिक करें 

Trending news