राजसमंद में बीजेपी का जनाक्रोश महासम्मेलन, डॉ. सतीश पूनिया ने कहा राष्ट्रवाद हमारी परंपरा
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राजसमंद में बीजेपी का जनाक्रोश महासम्मेलन, डॉ. सतीश पूनिया ने कहा राष्ट्रवाद हमारी परंपरा

राजसमंद: राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया आज राजसमंद दौरे पर हैं, राजसमंद दौरे के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सर्वप्रथम कैलाशपुरी एकलिंगनाथ के दर्शन किए.

 

राजसमंद में बीजेपी का जनाक्रोश महासम्मेलन, डॉ. सतीश पूनिया ने कहा राष्ट्रवाद हमारी परंपरा

राजसमंद: राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया आज राजसमंद दौरे पर हैं, तो वहीं खमनोर में रक्त तलाई पहुंचकर वीर योद्धाओं को नमन किया. राजसमंद दौरे के दौरान राजसमंद भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पूनिया का जगह-जगह स्वागत किया. तो वहीं, हल्दीघाटी में आयोजित हो रहे भाजपा के जनाक्रोश महा सम्मेलन में भाग लेने से पहले सतीश पूनिया ने चेतक की समाधि पर पहुंचकर पुष्प अर्पित किए. 

आपको बता देगी हल्दीघाटी में आयोजित हो रहे जनाक्रोश महासम्मेलन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राजसमंद सांसद दिया कुमारी, विधायक दीप्ति माहेश्वरी, राजसमंद भाजपा जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहठ सहित भाजपा के तमाम नेता मौजूद हैं

महासम्मेलन में पहुंचने से पूर्व राजसमंद सांसद दीया कुमारी का क्रेज देखने को मिला यहां पर आई काफी तादाद में महिलाओं ने सांसद दिया कुमारी के साथ फ़ोटो खिंचवाई. तो वहीं, मीडिया से वार्ता के दौरान राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि हम राष्ट्रवाद की परंपरा से काम करते हैं तिरंगे के संविधान का मान करते हैं,

भारत माता का मान करते हैं इसलिए ऐसी जगह जो स्वाभिमान भर दे, जिससे ऊर्जा मिलती हो दिशा और प्रेरणा मिलती हो इसलिए महासम्मेलन के लिए इस स्थान का चयन किया है.

 वहीं, मीडिया से वार्ता के दौरान पूनिया ने राज्य सरकार पर निशाना भी साधा है उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस सरकार में लड़ाई धर्म युद्ध जैसी है जिसमें कुशासन, जंगलराज, अराजकता, भ्रष्टाचार और इसी के चलते भाजपा जन आक्रोश का आगाज किया गया है. 

 तो वहीं, पूनिया ने हाल ही में कांग्रेस विधायकों द्वारा सामूहिक इस्तीफे देने वाले प्रश्न पर कहा इन विधायकों द्वारा यूटर्न तो ले लिया गया लेकिन भारत के संविधान नैतिक परंपरा को ध्वस्त किया है और उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के रूलिंग व न्यायालय का भी अपमान किया है. क्योंकि अभी उपनेता प्रतिपक्ष की पीआईएल पेंडिंग है.

अभी तक विधानसभा अध्यक्ष ने कोई निर्णय लिया नहीं था ऐसे में अपनी मर्जी से दिए गए इस्तीफे को वापस लेना और इस्तीफा इस्तीफा खेलना यह जनता का अपमान है.

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