Pratapgarh News: राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत का जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन प्रतापगढ़ के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ रोकडिया हनुमान जी में प्रारंभ हुआ. यहां पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के बीच समन्वय पर जोर दिया गया, सम्मेलन में बड़ी संख्या में शिक्षाविद उपस्थित रहे.
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Pratapgarh News: राजस्थान शिक्षक संघ एकीकृत का जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन प्रतापगढ़ के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ रोकडिया हनुमान जी में प्रारंभ हुआ. यहां पर शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के बीच समन्वय पर जोर दिया गया, सम्मेलन में बड़ी संख्या में शिक्षाविद उपस्थित रहे.
संघ के जिला अध्यक्ष कैलाश चंद्र डिंडोर ने बताया कि शैक्षिक समस्याओं पर चर्चा और उसमें सुधार के साथ संगठन को मजबूत बनाने के लिए जिला स्तरीय सम्मेलन का प्रसिद्ध सिद्ध पीठ रोकडिया हनुमान जी में आगाज हुआ. यहां पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी मांगीलाल चंदेल ने शिक्षकों से आग्रह किया कि अपना कार्य पूरी जिम्मेदारी एवं ईमानदारी से करें। प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि शिक्षक संघ शिक्षकों की समस्याओं के लिए कार्य करता रहेगा.
सभी शिक्षकों का इसमें सहयोग अनिवार्य है. प्रदेश मुख्य सलाहकार जगदीश चंद्र शर्मा ने कहा राजस्थान शिक्षक संघ 2011 से लेकर आज तक शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण हेतु प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण भट्ट के नेतृत्व में कार्य कर रहा है. प्रदेश सलाहकार बाबूलाल राठौर ने कहा कि शिक्षक संगठन तो बहुत सारे हैं.
लेकिन शिक्षक संघ एकीकृत में वही साथी सदस्यता लेते हैं, जो अपने कर्तव्य के प्रति जिम्मेदार है. शिक्षक राजेंद्र जोशी ने गीत ,तुम मुझे यूं जला न पाओगे प्रस्तुत किया. मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी दलोट रामचंद्र मीणा ने कहा कि चाहे राष्ट्र का कार्य हो या शिक्षक संगठन का हमें एकजुट होकर कार्य करना चाहिए.
प्रदेश कोषाध्यक्ष महिपाल सिंह ने कहा कि संगठन के पास कोष खाली है, लेकिन फिर भी अपने कार्यों को संपन्न करने के लिए शिक्षक संघ एकीकृत के कार्यकर्ता तन मन धन देकर कार्यक्रमों का संचालन करते है. प्रदेश अध्यक्ष सत्यनारायण भट्ट ने संगठन की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि आज पूरे प्रदेश में शिक्षकों की समस्या के समाधान के लिए संगठन कार्य कर रहा है एवं इसमें सफलता भी प्राप्त की है.
अध्यापक का लक्ष्य स्पष्ट है उसे विद्यालय एवं समाज में अंतरंग संबंध स्थापित करना है, जागरूक अध्यापक छात्रों एवं समाज के अन्य लोगों में पारस्परिक सामंजस एवं सहयोग की भावना भर सकता है. सम्मेलन में बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे. राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.