कल परमार-सिंघवी और किरोड़ी मीणा लेंगे सबसे पहले शपथ, फिर अन्य नवनिर्वाचित विधायकों की होगी शपथ
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2019003

कल परमार-सिंघवी और किरोड़ी मीणा लेंगे सबसे पहले शपथ, फिर अन्य नवनिर्वाचित विधायकों की होगी शपथ

नई सरकार का गठन होने के बाद अब 16 वीं विधानसभा का पहला सत्र 20 दिसम्बर से शुरू होगा. दो दिन के संक्षिप्त सत्र में सदन के सभी नये सदस्यों की शपथ का कार्यक्रम होगा. इसके साथ ही 21 दिसम्बर को विधानसभा के नये अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम भी तय हो चुका है.

कल परमार-सिंघवी और किरोड़ी मीणा लेंगे सबसे पहले शपथ, फिर अन्य नवनिर्वाचित विधायकों की होगी शपथ

Rajasthan Vidhansabha: नई सरकार का गठन होने के बाद अब 16 वीं विधानसभा का पहला सत्र 20 दिसम्बर से शुरू होगा. दो दिन के संक्षिप्त सत्र में सदन के सभी नये सदस्यों की शपथ का कार्यक्रम होगा. इसके साथ ही 21 दिसम्बर को विधानसभा के नये अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम भी तय हो चुका है. बुधवार सुबह 11 बजे से शुरू होने वाले सत्र में प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ नये विधायकों को शपथ दिलाएंगे.

नई विधानसभा का पहला सत्र बुधवार से होगा. 20 दिसम्बर से शुरू हो रहे 16 वीं विधानसभा के पहले सत्र के शुरूआती दो दिन नये सदस्यों को विधानसभा के सदस्य की शपथ दिलाई जाएगी. शपथ का ज़िम्मा प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालीचरण सराफ पर होगा. इसके साथ ही उनके सहयोग के लिए बनाये गए पैनल में शामिल दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी और डॉ किरोड़ीलाल मीणा भी शपथ ग्रहण में अहम भूमिका में होंगे. सुबह 11 बजे राष्ट्रीय गीत के साथ सदन की कार्यवाही शुरू होगी. इसके बाद सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर के पैनल में शामिल तीन वरिष्ठ विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी.

प्रोटेम स्पीकर पैनल के बाद विधानसभा की सीट संख्या के क्रम में विधायकों की शपथ का कार्यक्रम होगा. इस पूरे कार्यक्रम के लिए विधानसभा सचिवालय की तरफ़ से प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा की मंजूरी के बाद पूरा कार्यक्रम बुलेटिन के रूप में जारी किया गया है. इस दौरान विधायकों की शपथ के लिए हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत में तय फॉर्मेट होगा. हालांकि कुछ सदस्य राजस्थानी भाषा में भी शपथ लेना चाहते हैं, लेकिन संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं होने के कारण संभवतया आसन इसकी अनुमति नहीं देगा. इससे पहले भी राजस्थानी में शपथ लेने की बात आई लेकिन हर बार आठवीं अनुसूची का हवाला देकर अनुमति देने में अक्षमता जताई गई.

एक विधायक की शपथ में तकरीबन 3 मिनट का वक्त लगेगा ऐसे में सभी विधायकों की शपथ का कार्यक्रम पूरा होने में दो दिन का समय चाहिएगा.

16 वीं विधानसभा का पहला सत्र कल से.
पहले दो दिन होगी विधायकों की शपथ.
कल 11 बजे से ठीक पहले खाली होगा अध्यक्ष का पद.
11 बजे प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ संभालेंगे कुर्सी.
सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर पैनल की होगी शपथ.
पैनल में दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी.
और डॉ किरोड़ीलाल मीणा का नाम शामिल.
इसके बाद अन्य विधायकों की शपथ होगी.

विधानसभा की तरफ़ से जारी बुलेटिन में कहा गया है कि 21 दिसम्बर को विधानसभा के स्पीकर का चुनाव होगा. बुलेटिन में साफ लिखा है कि अध्यक्ष का पद 20 दिसम्बर को 11 बजे सदन की बैठक शुरू होने से ठीक पहले खाली हो जाएगा और उसके बाद प्रोटम स्पीकर सदन की कार्यवाही का संचालन करेंगे. बुलेटिन में स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया बताते हुए साफ लिखा है कि 21 दिसम्बर की दोपहर तक सदन का कोई सदस्य नये अध्यक्ष के चुनाव की बात लिखित रूप में प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा के सामने रखेगा. इस प्रस्ताव का अनुमोदन किसी अन्य सदस्य द्वारा होना चाहिए साथ ही इस प्रस्ताव में उस सदस्य का लिखित कथन भी होना चाहिए जिसे स्पीकर पद पर लाने का प्रस्ताव है. भावी अध्यक्ष को लिखित में यह देना होगा कि निर्वाचित होने पर वह अध्यक्ष पद स्वीकार करने के लिए तैयार है.

16 वीं विधानसभा का पहला सत्र कल से.
21 दिसम्बर को होगा स्पीकर का चुनाव.
कार्यवाही के दौरान किया जाएगा प्रस्ताव.
अध्यक्ष के चुनाव के लिए सदस्य को देना होगा प्रस्ताव.
विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद को दें प्रस्ताव.
उस प्रस्ताव का अनुमोदन अन्य सदस्य से ज़रूरी.
इसके साथ ही स्पीकर पद के लिए नाम भी अनिवार्य.
स्पीकर पद संभालने के लिए तैयार विधायक दे लिखित सहमति.
तभी वैध माना जाता है स्पीकर निर्वाचन का आवेदन.
कोई सदस्य खुद के नाम का प्रस्ताव नहीं कर सकता.
ना ही प्रस्तावित नाम का खुद अनुमोदन कर सकता.

अगर स्पीकर पद के लिए एक से ज्यादा नाम आते हैं तो चुनाव होगा. लेकिन मौजूदा सदन में बीजेपी के पास 115 सदस्य हैं और बहुमत की स्थिति के चलते ऐसा लगता नहीं कि, कोई दूसरा दावेदार इस पद पर आएगा. बीजेपी पहले ही इस पद के लिए वासुदेव देवनानी का नाम तय कर चुकी है लिहाजा देवनानी के नाम का प्रस्ताव साथी विधायकों के अनुमोदन के साथ रखा जाएगा. इसके बाद सर्वसम्मति से उनके निर्वाचन की घोषणा हो जाएगी.

ये भी पढ़ें-

राजस्थान: गैंगस्टर आनंदपाल के भाई सहित चाचा को कोर्ट ने सुनाई दो-दो साल की सजा

इन राशियों पर साल 2024 में शनिदेव की रहेगी कृपा, सुख समृद्धि का लगेगा अंबार

Trending news