Rahul Gandhi - Ashok Gehlot : राहुल गांधी की संसद सदस्यता निरस्त करने के मामले में सीएम अशोक गहलोत ने तल्ख प्रतिक्रिया देते हुए केन्द्र की एनडीए सरकार को तानाशाह सरकार बताया है. गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार के ऐसे फ़ैसलों को लोग पसन्द नहीं करेंगे और बख्शेंगे भी नहीं.
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Rahul Gandhi - Ashok Gehlot : राहुल गांधी की संसद सदस्यता निरस्त करने के मामले में सीएम अशोक गहलोत ने तल्ख प्रतिक्रिया देते हुए केन्द्र की एनडीए सरकार को तानाशाह सरकार बताया है. गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार के ऐसे फ़ैसलों को लोग पसन्द नहीं करेंगे और बख्शेंगे भी नहीं. गहलोत ने कहा कि इस फ़ैसले के बाद 2024 के चुनाव के लिए संभावनाएं बढ़ गई हैं कि लोग इस तानाशाही प्रवृत्ति वाली सरकार को बख्शेंगे नहीं. मुख्यमन्त्री ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम करके यह लोग दो चुनाव जीत गए, लेकिन हर चीज़ की एक सीमा होती है. सीएम ने कहा कि जब जनता किसी को नहीं बख्शती. गहलोत ने कहा कि जब इन्दिरा गांधी जैसी महान नेता चुनाव हार गईं, वाजपेयी जी चुनाव हार गए. सीएम गहलोत ने पीएम मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि वे अपने सलाहकारों के चक्कर में न पड़कर खुद सोंचे कि आखिर देश में हो क्या रहा है. गहलोत ने सवाल उठाते हुए कहा कि लोअर कोर्ट के बाद देश में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी हैं. लेकिन राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने की आखिर इतनी जल्दबाजी क्यों थी.
सीएम गहलोत ने कहा कि, हम तो जानते ही थे कि जिस तरह राहुल गांधी को रोका जा रहा है. जब से भारत जोड़ो यात्रा कामयाबी के साथ हुई है, पूरे देश में महंगाई और बेरोजगारी का मैसेज गया. हिंसा मुक्त भारत हो. प्रेम, मोहब्बत, भाईचारे की राजनीति हो. गरीब और अमीर के बीच खाई बढ़ती ही जा रही है और ऐसा नहीं नहीं होना चाहिए. गहलोत बोले कि चारों मुद्दों को लेकर राहुल गांधी चले थे. पूरे देश की जनता ने उनका साथ दिया था और तब से ही सरकार घबराई हुई है. कोई भी बहाना करके यह कोशिश की जाती है कि संसद में कांग्रेस वाले और विपक्ष वाले बोल नहीं पाएं. इसीलिए भले ही कोई मांग कर ले ऊपर वाले नहीं होने देते.
मेरा मानना है कि राहुल जी की सदस्यता रद्द करने जैसी कार्रवाई के लिए जनता भाजपा सरकार को बख्शेगी नहीं। pic.twitter.com/hGpJCBub98
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 24, 2023
सीएम ने कहा कि राहुल गांधी का पूरा परिवार देशभक्त है. उन्होंने कहा कि जिसके पूरे खानदान ने आजादी की जंग में हिस्सा लिया हो. आनंद भवन देश को समर्पित कर दिया हो. जिसके पास रहने के लिए खुद का मकान नहीं हो. उस व्यक्ति के बारे में किस तरह की बातें की गई हैं. उनकी दादी की हत्या हुई, लेकिन देश को अखंड रखा. खालिस्तान नहीं बनने दिया. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को मैं बहुत नजदीक से जानता हूं. किस तरह वह देशवासियों के लिए, दलितों, गरीबों, पिछड़ों के लिए उनके दिल में हमदर्दी है. उस व्यक्ति को जिस तरह से संसद में बोलने से ब्लॉक किया है. अब पार्लियामेंट में आने से ब्लॉक किया है तो सोचा जा सकता है. गहलोत ने कहा कि यह केंद्र सरकार को भारी पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इंदिरा जी को भी उस वक्त उन्होंने तंग किया था. संसद से निष्कासित कर दिया था. उसके नतीजे भुगतने पड़े. इंदिरा गांधी की आंधी चली और संसद में भारी बहुमत की कामयाबी से वे फिर से प्रधानमंत्री बनीं.
सीएम बोले कि, अब मैं कह सकता हूं कि जो आज की हरकत है और पिछले दिनों से चल रही है, उससे 2024 के चुनाव में संभावनाएं बढ़ जाएंगी और इस तानाशाही प्रवृत्ति की सरकार को लोग बख्शेंगे नहीं.
सीएम ने कहा कि इस तरह की तानाशाही लोग पसंद नहीं करते. हिंदू-मुस्लिम करते-करते आपने दो चुनाव जीत लिए. लेकिन जनता भी इसे लाइक नहीं करती. गहलोत ने कहा कि असल में हर चीज़ की एक सीमा होती है. और उस सीमा के बाद जनता ने किसी को नहीं बख्शा. इंदिरा जी जैसी महान नेता चुनाव हार गईं. वाजपेई जी चुनाव हार गए, तो मोदी जी को चाहिए कि वह अपने सलाहकारों के चक्कर में नहीं आएं और खुद सोचें देश में हो क्या रहा है.
गहलोत ने कहा. कि आखिर मोदी जी के बारे में लोग क्या सोचते होंगे. वह अपने आप को ओबीसी का नेता कहते हैं, लेकिन ओबीसी को लेकर उनकी पार्टी के नेताओं ने कहा. राहुल गांधी ओबीसी के खिलाफ अपनी धारणा रखते हैं. गहलोत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार तेते हुए कहा. राहुल गांधी सब लोगों के हित की सोचते हैं.
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी एससी, एसटी, ओबीसी सबके लिए जान लगाने वाले हैं. सीएम ने कहा. कि मोदी जी ओबीसी के हैं और ओबीसी के लोग हैं उनको लगता है. अगर हमारा प्राइम मिनिस्टर है. और यह हथकंडे अपनाए जा रहे हैं देश में उसे लेकर ओबीसी इनके बारे में क्या सोचती है. क्या इससे इनका मान बढ़ रहा है. क्या मोदी जी का मान सम्मान बढ़ेगा. सीएम बोले कि आप राहुल गांधी जी को उनकी पार्टी वाले हाउस में बोलने नहीं दे रहे. इनकी पार्टी ने सोशल मीडिया में क्या-क्या बातें नहीं कही गई. अब भारत जोड़ो यात्रा से घबराकर जिस तरह के फैसले आए हैं. गहलोत ने कहा कि अभी कल मानहानि के मामले में फैसला आया वह लोअर कोर्ट है. गहलोत बोले कि उसके बाद हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी है. इतनी क्या जल्दी थी कि आपने इतना बड़ा फैसला कर दिया और मेंबरशिप खत्म कर दी. गहलोत बोले कि इतने बड़े नेता की मेंबरशिप खत्म कर दी. जिस नेता का एक मैसेज है, जिसका एक औरा है और देश में जिसकी फॉलोइंग है. उसकी इस तरह सदस्यता निरस्त कर दी तो लोग बख्शने वाले नहीं हैं.
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