करौली न्यूज: ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग तेज होने लगी है. पैदल कूच में शामिल सौम्या मीणा ने कहा कि ईआरसीपी राजस्थान के 13 जिलों की जीवनदायिनी योजना है .
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Todabhim, Karauli: टोडाभीम क्षेत्र में एक ओर ईआरसीपी के मुद्दे को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है तो दूसरी ओर इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है . इसी के तहत टोडाभीम मे संयुक्त मोर्चा के बैनर तले पाडला की बगीची से दिल्ली के लिए कूच किया गया .
ERCP के समर्थन में आवाज उठा रहे कार्यकर्ता व ग्रामीण टोडाभीम के पास स्थित सिद्ध बाबा की बगीची पर एकत्रित हुए और झंडे का पूजन किया गया और नारा लगाते हुए दिल्ली के लिए रवाना हो गये. पैदल कूच में शामिल सौम्या मीणा ने कहा कि ईआरसीपी राजस्थान के 13 जिलों की जीवनदायिनी योजना है .केंद्र सरकार इस योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें. जिससे कि इस योजना का पूरा लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि उनकी प्रमुख मांग हैं कि इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित जल्द से जल्द किया जाए .
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार व केंद्र सरकार ने इस योजना को राजनीतिक मुद्दा बना दिया है. जिससे इस योजना को गति नहीं मिल पा रही है. सौम्या मीणा ने कहा कि पानी की मांग को लेकर दिल्ली के लिए ईआरसीपी के बैनर तले पिछले डेढ़ साल से लगातार मांग को उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली जाकर 1 दिन के लिए जंतर-मंतर पर धरना देंगे .जिसके लिए उन्होंने परमिशन भी ली है.
इस दौरान पिछले काफी समय से ईआरसीपी के लिए संघर्ष कर रहे जवान सिंह मोहचा ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर हम दिल्ली कूच कर रहे हैं. लगभग 100 से 200 लोग दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पानी की बहुत बड़ी समस्या है .13 जिलों के सभी सदस्य जा रहे हैं जो संयुक्त मोर्चा के बैनर तले काम कर रहे हैं व ग्रामीण भी जा रहे है. जो हमारे छुटे हुये महत्वपूर्ण बाध हैं उनको जुड़वाने की मांग की जा रही है.
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