सपोटरा में सड़कों की पटरियों पर अतिक्रमण और झाड़ियां बनी दुर्घटना का सबब
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सपोटरा में सड़कों की पटरियों पर अतिक्रमण और झाड़ियां बनी दुर्घटना का सबब

सार्वजनिक निर्माण विभाग की उदासीनता से एमडीआर 111 कुड़गांव से रानेटा बायां सपोटरा सड़क मार्ग की पटरियों पर जगह-जगह अतिक्रमण तथा झाडियां, पेड़ आदि उगने से वाहन चालकों के लिए दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है.

सपोटरा में सड़कों की पटरियों पर अतिक्रमण और झाड़ियां बनी दुर्घटना का सबब
Sapotra: सार्वजनिक निर्माण विभाग की उदासीनता से एमडीआर 111 कुड़गांव से रानेटा बायां सपोटरा सड़क मार्ग की पटरियों पर जगह-जगह अतिक्रमण तथा झाडियां, पेड़ आदि उगने से वाहन चालकों के लिए दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है. 5-6 फिट के पेड़ सड़क किनारे होने से ऑवरटेक करना जानलेवा हो सकता है. 
सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2012-13 में केन्द्रीय सड़क निधि से 36 करोड़ की लागत से कुड़गांव से रानेटा की 36 किमी एमडीआर 111 सड़क का निर्माण कराया गया था. जिसमें 7.5 मीटर डामरीकरण के साथ 2-2 मीटर पटरियां बनाई गई थी, लेकिन 10 साल गुजरने के बावजूद पटरियों की मरम्मत व साफ-सफाई नहीं करने से पटरियों पर झाडियां खड़ी होने के साथ लोगों द्वारा जगह-जगह ईंधन, पत्थर, कूड़ा आदि ड़ालकर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है. 
दूसरी ओर सपोटरा से कैलादेवी, अमरगढ़, गैरई व अडूदा, चौड़ागांव से कुशालसिंह व जाखौदा, नारौली डांग से खेड़ला, रानेटा से ताजपुर व नारायणपुर टटवाड़ा सड़क मार्ग पर खातेदार काश्तकारों द्वारा बबूल के पेड़, मूंजे और परदेशी बबूल पटरियों के पास उगाकर मेड़बंदी करने से सड़क मार्ग सिकुड़ा होने से वाहनों को ओवरटेक करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं कस्बों व गांवों में सानिवि द्वारा पानी निकासी की व्यवस्था नहीं करने के कारण जगह-जगह भरे पानी, कीचड़ और सड़क पर गड्‌ढ़े होने के कारण बारिश के दिनों में दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है. लेकिन विभाग द्वारा पटरियों की मरम्मत व साफ-सफाई नहीं कराने के कारण लोगों में आक्रोश बना हुआ है. 
उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा जनप्रतिनिधियों के दबाब के कारण सपोटरा से कुड़गांव सड़क मार्ग पर चार साल पूर्व कड़बी के कूंज हटाकर इतिश्री कर ली गई.
 
 
हादसों से सबक नहीं
उपखंड की जीवनरेखा कहे जाने वाले कुड़गांव से रानेटा बायां सपोटरा सड़क मार्ग की पटरियों पर अतिक्रमण और पेड़-पौधों के कारण वाहनों के ओवरटेक करने के दौरान कई हादसे होने के बाबजूद सानिवि के इंजीनियर सबक नहीं ले रहे हैं
 इस सड़क मार्ग पर करीब आधा दर्जन वाहनों के भिड़ने से कई दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है- जिनमें 3 जनवरी को ड़ाबरा के पास बोलेरो की टक्कर से एक बाइक सवार घायल हो गया- 26 फरवरी को रत्नापुरा पुलिया के पास चौपहिया वाहन द्वारा बाइक सवार युवक को टक्कर मारने से उसकी मौत हो गई- 
इसी प्रकार चौड़ागांव नदी के घुमाव पर आवारा पशु के आने से महेश कोमल की मौत हो गई- उपखंड प्रशासन सड़क मार्गों से अतिक्रमण नहीं हटाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है-
Reporter: Ashish Chaturvedi
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