जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के महामंदिर थाना इलाके के निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अरविंद कालाणी के साथ वायदा करोबार में पूर्वानुमान बताकर हुई 16 करोड 26 लाख की ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जोधपुर पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को उदयपुर से गिरफ्तार किया.
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जोधपुर: जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के महामंदिर थाना इलाके के निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अरविंद कालाणी के साथ वायदा करोबार में पूर्वानुमान बताकर हुई 16 करोड 26 लाख की ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. जोधपुर पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को उदयपुर से गिरफ्तार किया. यही नहीं ठगी के शिकार व्यापारी से ठगी गई 33 लाख राशि भी अलग-अलग खातों को फ्रिज करवाकर पीड़ित को दिलाई.
डीसीपी डॉ अमृता धवन ने बताया कि इस मामले मे दीपक सोनी व मानव गर्ग को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी उदयपुर के रहने वाले हैं. दीपक सोनी का खाता मानव गर्ग ने किराया पर लिए ताकि फ़्रॉड ट्रांजेक्शन किया जा सके. इसके एवज में उसको 25 हजार रुपए मिलते थे, जबकि मानव को ट्रांजेक्शन पर कमीशन के रूप में 5 से 7 प्रतिशत राशि मिलती थी.
पुलिस की एक टीम पुणे में कर रही छानबीन
अभी इस मामले में पुलिस की एक टीम पुणे भी गई है. वहीं अन्य खातों में हुए ट्रांजैक्शन के बारे में भी पुलिस जांच कर रही है. जोधपुर पुलिस की साइबर टीम ने कुल आठ खातों को फ्रीज करवाया है. जिनमें 1 से 21 नंवबर के बीच बदमाशों ने अरविंद कालाणी को 49 करोड़ का मुनाफा बताकर कमीशन के 16 करोड़ रुपए ले लिए थे, जबकि कालाणी को मुनाफे का एक पैसा भी नहीं दिया था.
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पुलिस अलग-अलग बैंक खातों को खंगालने में जुटी
पुलिस ने इस मामले की पड़ताल करते हुए अरविंद कालानी द्वारा जिन खातों में राशि जमा हुई थी. डीसीपी डॉक्टर अमृता धवन ने बताया कि इस पूरे मामले में अभी तक यह भी सामने आया कि दीपक सोनी अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के साथ रहता है और उसका एक दोस्त दिल्ली में 8 करोड़ की ठगी के मामले में न्यायिक अभिरक्षा में है. पुलिस अभी इन आरोपियों से भी गहनता से पूछताछ कर रही है. साथ ही पुलिस व्यापारी के खाते से देश के अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग शहरों में हुए बैंक खातों से ट्रांजेक्शन को भी खंगाल रही है.
व्हाट्सएप ग्रुप से हटाने के बाद खुला मामला
गौरतलब है कि व्यापारी के साथ ठगी करने के दौरान इन आरोपियों ने पहले अंतरराष्ट्रीय व्हाट्सएप कॉल करके उससे संपर्क किया और उसे अच्छा मुनाफा देने का झांसा देकर उसे लगातार निवेश करया और जब आखिरी में व्यापारी ने अपना मुनाफा से मांगा तो उन्होंने उन्हें उस व्हाट्सएप ग्रुप से हटा दिया. यही नहीं व्यापारी से पूरा संपर्क तोड़ दिया तब व्यापारी ने इस संबंध में महामंदिर थाने में रिपोर्ट दी और रिपोर्ट देने के साथ ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर फ्रॉड के मामले में जुड़े तार खंगालने शुरू किए. फिलहाल पुलिस इस मामले की गहनता से जांच करने में जुटी हुई है .इस मामले में जल्दी और भी कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.
Reporter- Bhawani Bhati