एसडीएम कोर्ट ने मां को सौंपी कस्टडी तो बेटा बोला- 'मुझे पापा से अलग मत करो'
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एसडीएम कोर्ट ने मां को सौंपी कस्टडी तो बेटा बोला- 'मुझे पापा से अलग मत करो'

मां-बाप के झगड़े ने एक छह साल के मासूम को अपने ही परिवार से दूर कर दिया. झुंझुनूं के चिड़ावा में जहां पर एसडीएम कोर्ट में जो वाक्या हुआ, उससे हर किसी की आंखे नम हो गई. 

बेटे की कस्टडी

Pilani: मां-बाप के झगड़े ने एक छह साल के मासूम को अपने ही परिवार से दूर कर दिया. झुंझुनूं के चिड़ावा में जहां पर एसडीएम कोर्ट में जो वाक्या हुआ, उससे हर किसी की आंखे नम हो गई. जानकारी के मुताबिक एक पति-पत्नी के बीच दहेज प्रताड़ना को लेकर विवाद चल रहा था और उनके छह साल के बेटे की कस्टडी को लेकर एसडीएम कोर्ट ने बेटे को मां को सुपुर्द कर दिया. जबकि बेटा चार साल से अपने पिता के साथ राजी खुशी रह रहा था लेकिन मां ने कस्टडी मांगी तो एसडीएम कोर्ट चिड़ावा ने मां को कस्टडी दे दी. 

इसके बाद बाप-बेटा आपस में लिपटकर खूब रोये और पिता वहीं बेहोश हो गया, बमुश्किल उसे होश में लाया गया. कोर्ट में यह सीन जिसने भी देखा, उसकी आंखें भर आई. बेटा पिता के गले से लगकर बस यही रट लगाए हुए था मुझे पापा से अलग मत करो, मुझे पापा के साथ ही रहना है. बता दें कि खापड़वास झज्जर (हरियाणा) निवासी प्रीत पचरंगिया (39) की शादी बेरला सूरजगढ़ (झुंझुनूं) निवासी सुमन (28) से 25 जनवरी 2015 में हुई थी. 

20 जुलाई 2016 को बेटा हुआ, जिसका नाम जतिन है. प्रीत फौज में था और सुमन हाउसवाइफ हैं. जतिन जब छोटा था तो अपने दादा सुल्तान सिंह के पास रहता था और उस दौरान उसकी मां सुमन भी गांव में ही रहती थी. 2018 में प्रीत और सुमन के बीच मनमुटाव होने लगा. प्रीत और सुमन के बीच बढ़ते मनमुटाव को देखते हुए पंचायत बुलाई गई और दोनों के बीच साथ रहने की सहमति बनी. 2019 में दोनों को बेटी हुई, जिसका नाम जिया है, इसके बाद फिर से दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगीं. 

हालात ये बन गए कि फरवरी 2022 में सुमन ने अपने ससुराल वालों पर सूरजगढ़ थाने में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया और इसके बाद बेटी जिया को लेकर सुमन अपने पीहर आ गई. बेटा जतिन पिता के पास रह रहा था. प्रीत की पोस्टिंग लद्दाख की गलवान घाटी में बतौर गार्ड सेना की बटालियन 18 में थी. बेटे की देखभाल के लिए प्रीत ने अप्रैल 2022 में VRS ले लिया था. जतिन शुरू से ही अपने दादा सुल्तान सिंह के पास झज्जर (हरियाणा) में रहता था. फरवरी से पिता भी साथ ही रह रहे थे, ऐसे में जतिन पिता और दादा के ज्यादा करीब रहा. 

SDM कोर्ट चिड़ावा में जतिन पिता के साथ रहने की गुहार लगा रहा था, फिर भी उसे मां की कस्टडी में दे दिया गया, इसके बाद एसडीएम ऑफिस के बाहर ही प्रीत बेसुध होकर जमीन पर गिर गया. करीब आधे घंटे तक पिता बदहवास हालत में जमीन पर पड़ा रहा, परिजनों और वकीलों ने उसे संभाला. इस मामले में प्रीत के वकील राजेश ने बताया कि रिव्यू दाखिल किया जाएगा. SDM से अपील की थी लेकिन उन्होंने कहा कि जो फैसला कर दिया उसे नहीं बदल सकते और आगे कार्रवाई कर लीजिए. वकील ने यह भी कहा कि कोर्ट में बच्चे की मर्जी के खिलाफ उसे पिता से अलग कर दिया गया.

Reporter: Sandeep Kedia

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