गर्मी में बंटे का दिया लालच, कुल्हाड़ी से काटा.... कुएं में फेंका
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गर्मी में बंटे का दिया लालच, कुल्हाड़ी से काटा.... कुएं में फेंका

आरोपी पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक के भाई जो फौज में था. उसको मैसेज करता रहा कि तेरा भाई हमारे पास है पैसे नहीं दे रहा इसलिए उसको बंधक बना रखा है.  वहीं, जब पुलिस ने शव को कुएं से निकाल रहे थे। उस समय भी युवक वहीं मौजूद थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Khetri: झुंझुनूं के एडीजे कोर्ट खेतड़ी ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में उपखंड के गौरीर में हुए प्रदीप हत्याकांड के तीन आरोपियों को आर्थिक दंड देते हुए आजीवन कारावास की सजा से दंडित किया है. जानकारी के अनुसार, खेतड़ी थाने में 9 मार्च 2018 को गौरीर निवासी जगदीपसिंह ने रिपोर्ट दी कि उसका बड़ा भाई प्रदीप 7 मार्च 2018 को सायंकाल घर से खेलने के लिए कह कर गया था. देर तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने खेतड़ी थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी. वहीं, 9 मार्च को जंगल में तलाश कर रहे थे, तो ओमप्रकाश शर्मा के कुएं के पास खून के निशान पड़े मिले. कुएं में देखा तो कुएं में प्रदीप का शव पड़ा था, जिसे किसी ने हत्या कर शव कुएं में डाल दिया.

पुलिस ने इस संबंध में हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज का अनुसंधान कर इस मामले में गौरीर निवासी संदीप उर्फ मिरचिया उर्फ गजनी, सुदेश उर्फ गीगो, कर्मवीर उर्फ मुन्ना को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत किया. 

इस मामले की सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों की दलीलें सुन अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश खेतड़ी श्वेता शर्मा ने आरोपियों गौरीर निवासी संदीप उर्फ मिरचिया उर्फ गजनी, सुदेश उर्फ गीगो व कर्मवीर उर्फ मुन्ना को प्रदीप की हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा और 50-50 हजार रुपयों के अर्थदंड से दंडित किया.

इसके अलावा धारा 201 के दोषी मानते हुए चार वर्ष का कठोर कारावास और 10-10 हजार रुपयों के अर्थदंड से दंडित किया गया. इस मामले में राज्य सरकार की ओर से अपर लोक अभियोजक उदयभानसिंह और परिवादी जगदीप सिंह की ओर से गोपीचंद गुर्जर ने पैरवी की. 

बता दें कि गौरीर गांव के प्रदीप जाट उम्र 26 साल की हत्या उसके ही गांव गौरीर के तीन युवकों ने की थी. आरोपियों ने प्रदीप को कुल्हाड़ी से काट कर उसके शव को कुएं में डाल दिया था. तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने उस वक्त मामले का खुलासा करते हुए बताया था कि मृतक प्रदीप गांव के ही किसी लड़की से बातचीत करता था. लड़की  आरोपियों की परिचित थी. उसी के शक के आधार पर आरोपी तीनों युवकों ने पहले प्लानिंग की. इसी के चलते 2 दिन पहले कुल्हाड़ी को दूर खेतों में ले जाकर छुपाया. 

फिर संदीप ने घूमने के लिए चलने और कोल्ड ड्रिंक पिलाकर लाने की बात कहकर खेतों की तरफ लेकर गया. वहां पर दो अन्य आरोपी सुदेश और कर्मवीर उर्फ मुन्ना भी पहले से मौजूद था. उन्होंने पहले कुल्हाड़ी से गला काटा और फिर सिर पर वार किया. उसके बाद उसको घसीटते हुए ले जाकर उसके शव को सूखे कुएं में डाल दिया. 

आरोपी पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक के भाई जो फौज में था. उसको मैसेज करता रहा कि तेरा भाई हमारे पास है पैसे नहीं दे रहा इसलिए उसको बंधक बना रखा है.  वहीं, जब पुलिस ने शव को कुएं से निकाल रहे थे। उस समय भी युवक वहीं मौजूद थे. किसी मुखबिर ने बताया अंतिम बार इन तीन युवकों को उसके पास देखा गया है. 

इस पर पुलिस ने शव को निकालने के बाद दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. वहीं, मौके पर जयपुर से डॉग स्क्वायड और एसएफएल की टीम भी बुलाई गई थी, जब पुलिस ने सख्ती से आरोपियों से पूछताछ की गई तो सारी कहानी को बयां कर दिया. 

Reporter- Sandeep Kedia 

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