जालोर- सावधान अगर आप सांचौर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 68 पर चल रहे हो तो जरा संभलकर यात्रा करना क्योंकि.....
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1881697

जालोर- सावधान अगर आप सांचौर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 68 पर चल रहे हो तो जरा संभलकर यात्रा करना क्योंकि.....

Jalore news: गुजरात से बाड़मेर जैसलमेर को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे 68 दुर्दशा के आंसू बहा रहा है. एक नेशनल हाईवे के कच्चे रास्ते जैसे हालात बन गए हैं. 

जालोर- सावधान अगर आप सांचौर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 68 पर चल रहे हो तो जरा संभलकर यात्रा करना क्योंकि.....

Jalore news: गुजरात से बाड़मेर जैसलमेर को जोड़ने वाला नेशनल हाईवे 68 दुर्दशा के आंसू बहा रहा है. एक नेशनल हाईवे के कच्चे रास्ते जैसे हालात बन गए हैं. अब समझ नहीं आ रहा की सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क जगह-जगह गहरे-गहरे गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे हैं. सावधान अगर आप सांचौर से गुजरने वाले नेशनल हाईवे 68 पर चल रहे हो तो जरा संभलकर यात्रा करना क्योंकि यहां से नेशनल हाईवे-68 तो गुजरता है. लेकिन यह समझ में नहीं आ रहा की सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क इसलिए कभी भी हादसे का शिकार बन सकते हैं क्योंकि यह हम नहीं सांचौर के इस हाईवे की तस्वीरें बोल रही है.

 गहरे गड्ढों की वजह से यहां से गुजरने वाले राहगीरों का सफर मुश्किल हो गया गड्ढों की वजह से यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है यह कोई मामूली गड्ढे नहीं तीन से चार फिट गहरे दस दस फिट मोटे और 20 फिट तक लम्बे चौड़े गड्ढे हैं गुजरात बॉर्डर से गांधव तक यह हाईवे पुरी तरह से गढ़ों में तब्दील हो गया है. गहरे गड्ढों के कारण हाईवे की हालत खस्ता हो गई है. लेकिन एनएचएआई की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. दो माह से अधिक समय से लोग और वाहनचालक इस खस्ताहाल एनएच 68 हाईवे पर चलने को मजबूर है.

यह भी पढ़े- BJP की परिवर्तन यात्रा से वसुंधरा राजे ने बनाई दूरी! मुख्यमंत्री धामी ने दिया ये जवाब

 करीब 15 किलोमीटर तक तो यह भी पता नहीं चल रहा की यहां नेशनल हाईवे गुजर रहा है या कोई कच्चा रास्ता गुजरात बॉर्डर से गांधव तक हाईवे का करीब 7 माह पहले 32 करोड़ की लागत से री-कारपेट करवाया गया था. लेकिन बारिश के कारण जून जुलाई में हाईवे फिर से गढ़ों में तब्दील हो गया तब से करीब दो माह बित जाने के बाद भी NHAI अधिकारियों की नींद नहीं उड़ी है गहरे गहरे गड्ढों के कारण हाईवे पर वाहनों का चलना भी मुश्किल हो गया है कारोल से लेकर गुजरात बॉर्डर तक हाईवे पूरी तरह से बिखर गया है. कच्चे रास्ते जैसे हालात बन गए हैं लोग पैदल भी नहीं चल सकते ऐसे हालात हो गए हैं लेकिन हाईवे की कोई सुध नहीं ली जा रही है हाईवे बिखरा हुआ होने के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है. जिसमें एंबुलेंस समेत कई आवश्यक सेवा वाले वाहन फंस जाते हैं बाड़मेर सांचौर सहित आसपास के गांवों से उच्च स्तरीय इलाज के लिए लोगों को गुजरात रेफर किया जाता है लेकिन हाईवे पर गड्ढों की वजह से अधिकांश लोग बीच रास्ते में ही दम तोड़ रहे हैं.

 इतना ही नहीं गहरे गड्ढों की वजह से कई बार हादसे भी हो चुके हैं हाईवे पर गड्ढों की वजह से कई जिन्दगियां छिन गई लेकिन ना इस पर NHAI कोई ध्यान दे रही है और ना ही स्थानीय प्रशासन हाईवे पर अगर कोई गड्ढा हो जाता है तो उसे हाईवे अथॉरिटी की ओर से एक निश्चित समय तक सही करने का प्रावधान है. लेकिन यहां तो महीने बित जाने के बाद भी नींद नहीं उड़ रही है ऐसे में हर दिन हादसे हो रहे हैं हर रोज आवाजाही करने वाले लोगों हेरान और परेशान हो चुके हैं.

यह भी पढ़े- बिना सिंदूर लगाए नजर आईं कियारा आडवाणी, भड़के लोग बोले- संस्कार नहीं भूलने चाहिए 

वाहन चालकों का कहना है कि गढ़ों की वजह से भारी परेशानी होती है वाहनों का मेंटेनेंस खपत भी बढ़ जाता है NHAI को किसी हादसे का इंतजार किए बिना समय पर इसकी मरम्मत करवानी चाहिए ताकि वाहन चालकों और लोगों को गहरे गड्ढों और हर रोज होने वाले हादसों से राहत मिल सके.

Trending news