राजस्थान के जालोर जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बाद रुपये ऐंठने को लेकर एक पीड़ित ने सायला पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है. प्रकरण के अनुसार, अभिजीत सुथार पुत्र बंशीलाल सुथार निवासी सायला ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह जमीनी खरीद का काम करता है.
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Jalore News: जमीन की रजिस्ट्री करवाने के बाद रुपये ऐंठने को लेकर पीडि़त ने सायला पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है. प्रकरण के अनुसार, अभिजीत सुथार पुत्र बंशीलाल सुथार निवासी सायला ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह जमीनी खरीद का काम करता है.
इस सिलसिले में उनके परिचित खेताराम पुत्र चंपालाल पुरोहित निवासी रेवतड़ा तहसील सायला ने बताया कि महेन्द्रसिंह पुत्र वरदसिंह निवासी सायला अपनी जमीन बेचना चाहता है. बाद में जब खेताराम के साथ महेंद्रसिंह से संपर्क किया तो उसने भी अपनी जमीन बेचने की हामी भरी तथा हमारे बीच सौदा तय हुआ.
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उक्त सौदे के तहत महेन्द्रसिंह ने सरहद मौजा सायला चैक नंबर 2 के खसरा नम्बर 2225 एवं 2278 में स्थित आराजी में से उसके स्वयं के 1/16 में हिस्से की एक पॉवर ऑफ अटॉर्नी 17 सितंबर 2022 को उसे दी थी. उक्त पॉवर ऑफ अटॉर्नी नोटेरी पब्लिक, सायला से तस्दीक भी कर दी. उक्त पॉवर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर उसने 19 सितंबर 2022 को उक्त जमीन की रजिस्ट्री दिनेश कुमार सुथार पुत्र भंवरलाल सुथार निवासी मानपुरा कॉलोनी, जालोर के नाम करवा दी. अभिजीत ने बताया कि महेन्द्रसिंह को जमीन की रकम उसने बिचौलिया खेताराम के माध्यम से दी.
रजिस्ट्री से पहले नीयत हुई खराब
पीडि़त अभिजीत ने बताया कि रजिस्ट्री करवाने से पूर्व महेन्द्रसिंह की नीयत खराब हो गई. उसने पहले तो फर्जी हस्ताक्षरों से पॉवर ऑफ अटॉर्नी निरस्त करने के लिए एक प्रार्थना पत्र सब रजिस्ट्रार सायला को भिजवाया, जबकि महेन्द्रसिह को उसकी जमीन बेचने के बदले पूरी रकम खेताराम के माध्यम से मिल चुकी थी और रकम हड़पने और झूठे मुकदमों में फंसाकर और रुपये ऐंठने की नीयत से उसने उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया.
उसने कहा कि विक्रमसिंह राव नाम का एक व्यक्ति इसी जमीन के करोड़ों रुपये दिलवा रहा है, इसलिये या तो एक करोड़ रुपये दें या फिर जमीन वापस दे दो. अभिजीत ने बताया कि उसने उक्त जमीन दिनेश कुमार सुथार को बेच दी थी, लिहाजा जमीन वापस देना और पैसे देना दोनों ही संभव नहीं था. इस कारण उसने साफ मना कर दिया.
जिस मामले में बिचौलिए को फंसाया, उसमें खुद भी फंसा
इस पर महेन्द्रसिंह और उसके साथियों ने योजना बनाकर खेताराम को एनडीपीएस के मुकदमे में फंसा दिया, लेकिन बाद में वह खुद ही अपने जाल में फंस गया और पुलिस ने उसे भी एनडीपीएस के प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया. ऐसे में मुझ पर दबाव बनाकर रुपये एंठने के लिए महेंद्रसिंह ने 13 फरवरी 2023 को जेल से ही दिनेश कुमार सुथार के नाम उक्त सेल डीड को निरस्त करने लिए एक सिविल दावा न्यायालय जालोर में पेश कर दिया, जिसमें महेन्द्रसिंह को अभी तक कोई राहत नहीं मिली है.
इसके अगले ही दिन 14 फरवरी 2023 को उसने खरीददार दिनेश कुमार सुथार और तहसीलदार सायला के खिलाफ कोर्ट में इस्तगासे के माध्यम से मामला दर्ज करवाया. उक्त सिविल सूट और एफआईआर महेन्द्रसिंह ने अपनी पत्नी जनता कंवर, साले सुरेन्द्रसिंह एवं विक्रमसिंह राव निवासी जालोर के साथ मिलीभगत कर और षडय़ंत्र रचकर मामला दर्ज करवाया.
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फोन पर धमकियां भी मिल रही
अभिजीत ने बताया कि 1 मार्च को विक्रमसिंह राव नामक व्यक्ति ने तहसील परिसर में उन्हें धमकाकर 1 करोड़ रुपये देने या जमीन वापस उनके नाम करवाने की मांग को लेकर भारी कीमत चुकाने की धमकी भी दी. इसके बाद से अलग-अलग व्यक्तियों से उन्हें फोन पर धमकियां भी मिल रही हैं. पुलिस ने उक्त मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरु कर दिया है.