Yogini Ekadashi Date 2023: योगिनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने वाला बेहद शुभफलदायी माना जाता है. इस व्रत को करने पर 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन करवाने जितना फल मिलता है. ऐसे में जानें की योगिनी एकादशी का व्रत 13 या 14 जून को रखा जाएगा.
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Yogini Ekadashi Date 2023 correct date and significance: योगिनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने वाला बेहद शुभफलदायी माना जाता है. इस व्रत को करने से भक्तों को जीवन में सुख- समृद्धि की वृद्धि होती है. योगिनी एकादशी का व्रत करने के मिले वाले फल को इस प्रकार समझे, इस व्रत को करने पर 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन करवाने जितना फल मिलता है. ऐसे में जाने की योगिनी एकादशी का व्रत 13 या 14 जून को रखा जाएगा.
आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि योगिनी एकादशी (Yogini Ekadashi) के नाम से जानी जाती है. इस व्रत को करने वाले जातक को मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग सुगम हो जाता है. इस व्रत को करने वाला जातक या भक्त धरती पर सभी प्रकार के सुखों को भोगता है. इतना ही नहीं परलोक के भी उसका स्थान बेहतर हो जाता है. यह व्रत अपने नाम के अनुसार बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. जो भक्त पूरी श्रद्धा से भगवान विष्णु की आराधना करते हैं उनके समस्त पापों का नाश हो ता है. ऐसे में जानते हैं कि इस बार योगिनी एकादशी किस दिन मनाई जाएगी.
एकादशी तिथि का प्रारंभ 13 जून की सुबह 09:28 मिनट पर होगा जो 14 जून की सुबह 08:28 मिनट पर समाप्त होगा. उदया तिथि के अनुसार योगिनी एकादशी का व्रत 14 जून, बुधवार के दिन रखा जाएगा. इस दिन केवल जल ग्रहण करना चाहिए. इस दिन दिन दान-दक्षिणा करने के साथ ही विष्णु और शिव जी की उपासना करनी चाहिए. मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से किसी के के द्वारा दिए गए शाप का भी निवारण हो जाता है.
हिंदू धर्म और पंचाग के अनुसार साल 2023 में योगिनी एकादशी का व्रत बुधवार, 14 जून को रखा जाएगा. एकादशी तिथि प्रारंभ 13 जून, मंगलवार को सुबह 09 बजकर 28 मिनट पर शुरू हो जाएगी और एकादशी तिथि का समापन 14 जून, बुधवार को सुबह 08 बजकर 48 मिनट पर होगा. योगिनी एकादशी का पारण 15 जून को सुबह 05 बजकर 25 मिनट से 08 बजकर 10 मिनट तक रहेगा. बता दें कि द्वादशी तिथि सुबह 08:32 बजे तक ही है. व्रत का पारण हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करना भक्तों के लिए फलदायी रहेगा.
योगिनी एकादशी का व्रत और कथा सुनने वालों को विशेष फल देता है. इसे करने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के समान पुण्य मिलता है. एक साथ इतने ब्राह्मणों को भोजन कराना आज आम लोगों को लिए संभव नहीं है ऐसे में इस व्रत को कर आप इस व्रत से मिलने वाले पुण्य को अर्जित कर सकते हैं. यह एकादशी सभी तरह के पाप से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है.
योगिनी एकादशी का व्रत करने और इस दिन जो भी भक्त भगवान विष्णु से जो भी मन में कामना कर सच्चे दिल से मांगता है उनसकी मुराद पूरी होती है. इस दिन के पूजा-पाठ करने और कथा पढ़ने औस सुनने से बहुत लाभ मिलता है. योगिनी एकादशी व्रत को रखने से घर में सुख-समृद्धि के द्वार खुल जाते है.