twitter trending war between cm ashok gehlot and pm modi : पीएमओ और सीएम के बीच ट्वीटर वॉर चला, फिर पीएम के संबोधन में लाल डायरी के जिक्र पर सूबे की सियासत भी लाल हो गई. सीएम गहलोत ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर लाल डायरी वाकई है तो आपके पास जो एजेंसियां हैं. उनसे पता कर लीजिये.
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Twitter Trending War between CM Ashok Gehlot and PM Modi: राजस्थान में सावन की फुहारों के बीच गुरुवार का दिन राजनीतिक तापमान बढ़ाने वाला था. पीएम मोदी के सीकर दौरे पर सुबह से ही सियासी तीर चलने लगे थे. पहले पीएमओ और सीएम के बीच ट्वीटर वॉर चला, फिर पीएम के संबोधन में लाल डायरी के जिक्र पर सूबे की सियासत भी लाल हो गई. सीएम गहलोत ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर लाल डायरी वाकई है तो आपके पास जो एजेंसियां हैं. उनसे पता कर लीजिये.
माननीय प्रधानमंत्री जी,
आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है।भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से भेजे गए प्रस्तावित मिनट टू मिनट कार्यक्रम में मेरा संबोधन रखा गया था। कल रात को मुझे पुन: अवगत करवाया गया कि मेरा… pic.twitter.com/0Jp1tkmb2d
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 27, 2023
पीएमओ और सीएम के बीच सियासी जंग की शुरुआत सुबह गहलोत के टवीट से हुई. सीएम गहलोत ने पीएमओ पर निशाना साधते हुए कहा, कि पीएमओ ने मेरे लिए कार्यक्रम में निर्धारित तीन मिनट के संबोधन के समय को भी कार्यक्रम से हटा दिया है. सीएम ने अग्निवीर, जातीय जनगणना, मेडिकल कॉलेजों से लेकर पीएम से केंद्रीय सहकारी बैंकों की कर्जमाफी पर भी सकारात्मक आश्वासन मांग कर गेंद पीएमओ के पाले में डाल दी. पीएमओ ने गहलोत के वार पर पलटवार किया. लिखा कि विधिवत आपको आमंत्रित किया गया है. आपका भाषण भी निर्धारित है. मगर सीएमओ ने कहा है कि आप शामिल नहीं हो पाएंगे.पीएम मोदी की पिछली यात्राओं में भी आपको आमंत्रित किया गया है.
आपने कार्यक्रमों की शोभा बढाई है. जब तक आपको हाल ही में लगी चोट के कारण कोई शारीरिक परेशानी न हो, आपकी उपस्थिति को महत्व दिया जायेगा. पीएमओ के इस टवीट पर फिर सीएम ने जवाब दिया. साथ में पीएमओ और सीएमओ के बीच के पत्राचार को भी सार्वजनिक किया. आपके कार्यालय ने मेरे ट्वीट पर संज्ञान लिया परन्तु संभवत: उन्हें भी तथ्यों से अवगत नहीं करवाया गया है. मैं राजस्थान के हित के इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा. गहलोत ने जैसा कहा, वैसा ही किया. सीएमआर से पीएम के संबोधन को सुना और जब पीएम ने जिक्र लाल डायरी का किया तो गहलोत भला कहां पीछे रहने वाले थे. मोदी को ही गहलोत ने चुनौती दे दी, कहा आपके पास एजेंसियां हैं.आप पता करा लीजिये.
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गहलोत ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम को आधारहीन मुद्दों पर बात नहीं करनी चाहिए. सीएम गहलोत ने पीएम के कार्यक्रम पर कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सेंट्रल स्पॉन्सर स्कीम के हटा होते हैं. जिनमें राज्य सरकार चीफ गेस्ट के रुप में पीएम या अन्य नेताओं को बुलाती है. सीएम ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में मेरा संबोधन होता, तो मैं ज्यादा से ज्यादा पीएम का स्वागत करता. उनसे प्रदेश से जुड़ी कुछ मांग रखता. 3 जिले बचे हैं जहां मेडिकल कॉलेज नहीं है. वहां भी इसकी शुरुआत की मांग करता.
जिस प्रकार का व्यवहार किया गया वह उचित नहीं है सीएम यहीं नहीं रूके बोले, पीएम मोदी ने प्रदेश के स्वाभिमान पर चोट की है. मणिपुर पर बोलने के बजाय उन्होंने राजस्थान की सरकार को आड़े हाथ लिया जैसे हम 500 रुपए में सिलेंडर दे रहे है. गहलोत बोले, पचास लाख लाभार्थियों के खाते में इंदिरा गांधी रसोई गैस योजना में 215 करोड़ रूपये ट्रांसफर कर चुके हैं. वैसे ही दूसरे राज्यों को भी देने पड़ें. पीएम की छठी राजनीतिक यात्रा थी, वो राजस्थान में बहाने कर कार्यक्रम बनाते हैं. केंद्र जो पैसा देता है, वो अहसान नहीं करते हमारी योजनाओं को बदनाम करने की कोशिश करते हैं. इन्हे केंद्र की सरकार रेवड़ी बता रही है मुझसे जनता ने जो मांगा वो हमने दिया हमारे काम से मोदी सरकार घबरा गई है.
कार्यक्रम में पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा ने पीएम मोदी को आज शेखावाटी के किसानों से काले कृषि कानूनों के लिए माफी मांगनी चाहिए थी किसान की आय दुगुनी करने का उन्होंने वादा किया था कुछ भी नहीं हो पाया. बीजेपी ने बेवजह लाल डायरी का मुद्दा बनाया उनको देश के मुद्दों पर बोलना चाहिए था हम किस मुंह से और क्यों उनको धन्यवाद दें प्रदेश की जनता सीएम गहलोत को धन्यवाद दे रही है. मोदी और बीजेपी से हमारा कोई झगड़ा नहीं है. मोदी जी जब पीएम बनें थे तब कई वादे किए थे न महंगाई कम की, न किसान कर्ज माफी हुई. कांग्रेस का कार्यकर्ता घर घर जायेगा. अंतिम छोर के व्यक्ति को हमारी योजनाओं का लाभ मिला है.