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जयपुर: सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना का चारों तरफ़ विरोध हो रहा है. देश के कई राज्यों में इस योजना के ख़िलाफ़ हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. युवा सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. राजस्थान के झुंझुनू ज़िले से जहाँ सबसे ज़्यादा सैनिक देश को मिलते हैं. वहां के कांग्रेस नेता और राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री बृजेन्द्र ओला ने इस योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. ओला ने कहा कि देश की सेना की परम्परा और गौरवमयी इतिहास के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
मंत्री ने केंद्र सरकार से योजना वापस लेने की मांग की
ओला ने जी मीडिया से बातचीत में कहा है कि यह योजना इज़राइल, अमेरिका और चाइना जैसे कई देशों के मॉडल के आधार पर लागू करने की कोशिश की गई है, लेकिन हिंदुस्तान में ज़रूरतें अलग तरह की है.यहां सेना का सिस्टम अलग तरह का है, यहां युवा को स्थाई रोज़गार चाहिए, 4 साल के सेना में संविदा पर नौकरी के बाद युवा सेना छोड़कर दूसरा काम नहीं कर सकेगा. इस योजना के लागू होने के बाद सेना का मॉडल कमज़ोर होगा.
झुंझुनू ज़िले के रिटायर्ड सेना के फ़ौजी भी मुझे फ़ोन कर इस योजना का विरोध कर रहे हैं. देश के युवाओं में जो ग़ुस्सा और नाराज़गी है वो सबके सामने हैं. हालांकि, कांग्रेस पार्टी इन हिंसक प्रदर्शनों का समर्थन नहीं करती. देश के युवाओं से शांतिपूर्ण तरीक़े से विरोध प्रदर्शन की अपील करती है, लेकिन जब तक केंद्र सरकार इस योजना को वापस नहीं लेगी हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
अग्निपथ पर युवा आगबबूला
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना के तहत चार साल तक सेना में नौकरी देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही इस योजना में यह भी प्रावधान किया गया है कि बेहतर प्रदर्शन करने वाले जवानों को 25 फीसदी अग्निवीरों को प्रमोशन दिया जाएगा. हालांकि, वह स्थायी नहीं होगा. केंद्र सरकार के इस फैसला का देशभर में विरोध हो रहा है. देश के करीब 12 राज्यों में युवा सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. कई जगहों पर उग्र प्रदर्शन और हिंसक प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं. राजस्थान में भी इस योजना का जोरदार प्रदर्शन किया जा रहा है.
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