सांप-नेवले में दुश्मनी क्यों होती है ? अखिरकार पता चल ही गया
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सांप-नेवले में दुश्मनी क्यों होती है ? अखिरकार पता चल ही गया


Theory Behind Snake Mongoose Enmity : सांप और नेवले की दुश्मनी की मिसाल दी जाती है. ये एक ऐसी दुश्मनी है. जो जन्मजात है. जहां इंसानों की दुश्मनी की वजह मासनिक-शारीरिक तकलीफ होती हैं. तो वहीं सांप और नेवला कुदरती दुश्मन हैं.

 

सांप-नेवले में दुश्मनी क्यों होती है ? अखिरकार पता चल ही गया

Theory Behind Snake Mongoose Enmity : सांप और नेवले को कुदरत ने ही दुश्मन बनाकर भेजा है. सांप और नेवले को लड़ते देखने की कई वीडियो आपने सोशल मीडिया पर देखें होंगे. लेकिन क्या कभी ये आपने सोचा कि सांप और नेवले के बीच दुश्मनी क्यों हुई ?जहां इंसानों की दुश्मनी की वजह मासनिक-शारीरिक तकलीफ होती हैं. तो वहींसांप और नेवला कुदरती दुश्मन हैं.

सांप और नेवले की दुश्मनी की मिसाल दी जाती है. ये एक ऐसी दुश्मनी है. जो जन्मजात है. वैसे इन दोनों के अलावा मोर-सांप या फिर चूहे-बिल्ली की दुश्मनी भी मशहूर है. फिलहाल बात कर लेते हैं. नेवले और सांप की दुश्मनी की. आखिर इन दोनों के बीच ऐसा क्या हुआ कि दोनों की दुश्मनी पीढ़ियों से चली आ रही है.

वैसे ये सवाल आजकल गूगल पर सर्च किया जा रहा है. जिसपर यूजर्स भी कई तरह के जवाब दे रहे हैं. एक यूजर्स का कहना है कि सांप और नेवला प्राकृतिक तौर पर दुश्मन होता है. सांप, नेवले को इसलिए मारना चाहता है ताकि वो ज्यादा दिन तक जी सके.दरअसल सांप नेवले के बच्चों को खा जाता है. अपने बच्चों को बचाने के लिए ही नेवला सांप के साथ खूनी संघर्ष करता है.

सांप और नेवले के बीच संघर्ष में कभी नेवले की जीत होती है और कभी सांप की. कुलमिलाकर नेवले में ये सहजवृत्ति होती है कि वो हमेशा सांप को दुश्मन ही माने. क्योंकि सांप की सहजवृत्ति है कि दूसरो के बच्चों को खा जाता है. अब चाहे वो  नेवले के बच्चे हों या फिर मोर या किसी और के बच्चे. जब सांप अपना सहजवृत्ति नहीं छोड़ता है. तो फिर एक नेवला अपना कर्तव्य कैसे छोड़ सकता है.

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