Surya Grahan 2023: सूर्यग्रहण से पहले भूकंप के तेज झटके ने हिलाकर रख दिया. ये झटके प्राकृतिक आपदाओं की तरफ इशारा कर रहा है. देश के कई हिस्सों में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. देश की राजधानी दिल्ली समेत राजस्थान, हिमाचल प्रदेश के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए.
Trending Photos
Surya Grahan 2023: देश के कई हिस्सों में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. देश की राजधानी दिल्ली समेत राजस्थान, हिमाचल प्रदेश के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में था। भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई है. साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण अगले महीने लगने वाला है. ऐसे में 21 मार्च को आए भूकंप ने तेज झटके ने लोगों को हिलाकर रख दिया.
आपको बताते है सूर्य ग्रहण की डेट और क्या होगा इस ग्रहण का लोगों पर असर और भारत पर इसका क्या रहेगा प्रभाव सब कुछ जानेंगे इस खबर के द्वारा डिटेल में ताकि आप इसके प्रभाव से बच सकें. इस साल का पहला सूर्य ग्रहण (solar eclipses) 20 अप्रैल, 2023 गुरुवार को लगेगा. ये सूर्य ग्रहण सुबह 7:04 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 12:29 मिनट तक रहेगा. क्या मार्च महीने में या अप्रैल महीने में आ सकती है बड़ी तबाही जिसे लेकर भविष्यवाणी की जा रही है.
दुनियाभर में कई ऐसे इलाके है जो भूकंप की जद में है. इन इलाकों में भारत का हिमालय क्षेत्र भी है. हिमालय क्षेत्र को भूंकप से बड़ा खतरा है. जोशीमठ में धंसती जमीन और यहां के घरों में पड़ रहे दरार लोगों को डरा रहे हैं.
विज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अंतरिक्ष में होने वाली इस खगोलीय घटना काफी अहम मानी जा रही है. लेकिन, धार्मिक दृष्टिकोण और धर्म के जानकारों के मुताबिक साल के पहले लगने वाले सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जा रहा है. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, लगने वाले सूर्य ग्रहण का असर पृथ्वी पर पड़ेगा. ये ग्रहण प्राकृतिक आपदाओं की तरफ इशारा कर रहा है. ऐसे में हर किसी के मन में कौतूहल बना हुआ है कि इस सूर्यग्रहण का क्या प्रभाव रहेगा.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, इस ग्रहण से भूकंप का खतरा है.ज्योतिष का मानना है कि उस क्षेत्र में ज्यादा असर देखने को मिलेगा जहां सूर्य ग्रहण का प्रभाव ज्यादा होगा. तुर्की के भयावह भूकंप ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है. मार्च के महीने में विनाशकारी भूकंपों का इतिहास रहा है.ऐसे में लोगों को अब डर सता रहा है कि तुर्की के बाद अब भूकंप कहां आने वाला है. हिमालय क्षेत्र में लगातार छोटे छोटे भूकंप आ रहे हैं.साल 2011 को मार्च महीने में जापान में भयानक भूकंप आया था. इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि लगातार 6 मिनट तक पूरे जापान को हिलाकर रख दिया था. इसे जापान का सबसे बड़ा भूकंप बताया जाता है. इसकी तीव्रता 9.1 आंकी गई थी. इस भूकंप की वजह से सुनामी तक आ गई थी.
फ्रैंक हूगरबीट्स ने भारतीय उपमहाद्वीप में बड़ा भूकंप आने का दावा किया है. हूगरबीट्स के मुताबिक ये भूकंप हिंद महासागर क्षेत्र पर यानी भारत, अफगानिस्तान और पाकिस्तान क्षेत्र के आसपास के इलाकों में आ सकता है. ईरान को बड़े भूकंप का खतरा है. भूकंप को लेकर बार बार भविष्यवाणी की जा रही है.
ये भी पढ़ें- Surya Grahan 2023: आ रहा है साल का पहला सूर्य ग्रहण, ग्रहण के दौरान आता है भूकंप, जानें क्या है कनेक्शन ?
हुगरबीट्स ने अपने दावे को पुख्ता करते हुए कहा कि ये भविष्यवाणी कोई कोरे कागज की तरह नहीं है बल्कि ग्रहों की चाल और उनके प्रभाव पर आधारित हैं. बता दें कि ये वहीं फ्रैंक हूगरबीट्स है जिसने सीरिया और तुर्की में भूकंप की भविष्यवाणी की थी. तुर्की में आए भूकंप से अब तक 30,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
फ्रैंक हूगरबीट्स का एक ट्वीट और वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है. जारी किए गए इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आने वाले समय में हिंद महासागर क्षेत्र में भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के क्षेत्र पर भूंकप का साया मंडरा सकता है. फ्रैंक की भविष्यवाणी में किसी बड़ी अनहोनी की ओर इशारा कर रहा है. उन्होंने बड़े भूकंप के लिए भूकंपीय गतिविधि की भविष्यवाणी की है जो अफगानिस्तान में केंद्र होगा और हिंद महासागर तक पहुंचने से पहले पाकिस्तान और भारत में तबाही मचाएगी.
जानकारी के मुताबिक, साल 2023 में कुल 4 ग्रहण पड़ने हैं. इनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं. पहला सूर्यग्रहण अप्रैल के महीने के 20 तारीख को लगेगा. इसके बाद मई में चंद्र ग्रहण लगेगा. फिर अक्टूबर के महीने में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों लगने जा रहे हैं. सबसे बड़ी बात और अच्छी बात है कि भारत में ये दिखाई नहीं देगा. इस वजह से यहां सूतक दिखाई नहीं देगा. ये ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा.