श्रावण का दूसरा सोमवार रहा सोम प्रदोष युक्त, शिवालयों में उमड़ा भक्तों का सैलाब
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श्रावण का दूसरा सोमवार रहा सोम प्रदोष युक्त, शिवालयों में उमड़ा भक्तों का सैलाब

सावन के दूसरे सोमवार को राजधानी जयपुर में शिवालयों में भक्तों का सैलाब देखा गया. विभिन्न योग संयागों में भोलेनाथ की आराधना के प्रिय मास श्रावण का दूसरा सोमवार सोम प्रदोष युक्त रहा. 

श्रावण का दूसरा सोमवार

Jaipur: सावन के दूसरे सोमवार को राजधानी जयपुर में शिवालयों में भक्तों का सैलाब देखा गया. विभिन्न योग संयागों में भोलेनाथ की आराधना के प्रिय मास श्रावण का दूसरा सोमवार सोम प्रदोष युक्त रहा. इस मौके पर अमृतसिद्धि-सर्वार्थसिद्धि, धु्रव योग सहित अन्य योग संयोगों में अलसुबह से शिवभक्तों का तांता शिवालयों में देखने को मिला. 

हर हर महादेव की गूंज के बीच भक्तों ने जलाभिषेक-दुग्धाभिषेक के साथ-साथ व्रत रखकर पूजा अर्चना की है. वहीं भोलेनाथ से सुख समृद्धि और कोरोना से मुक्ति की कामना भी की है. इससे पूर्व सुबह विशेष आरती हुई और बड़े शिवालयों के साथ ही कॉलोनियों के छोटे शिवालयों में भगवान शिव भक्ति की बयार देखने को मिली. 

शाम को भोलेनाथ का मनमोहक श्रृंगार कर पुष्प महल झांकी सजेगी. झाडखंड महादेव में सुबह 4:45 बजे जलाभिषेक शुरू होने से पहले मंदिर के बाहर लाइनें नजर आई. इसके बाद दो लाइनों के जरिए भक्तों को बारी-बारी से प्रवेश दिया गया. मंदिर प्रबंधन की ओर से 700 से अधिक रामझारों की व्यवस्था की गई. 

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ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि शाम चार बजे तक भक्त जलाभिषेक करेंगे, इसके बाद विशेष फूलों की झांकी सजाई जाएगी. ताडकेश्वर महादेव मंदिर में सुबह चार बजे से भक्तों की श्रद्धा देखने को मिली, इसके बाद से लगातार जलाभिषेक करने का सिलसिला जारी है. 

ज्योतिषविदों के मुताबिक प्रदोष काल शाम 8:49 बजे तक रहेगा. वहीं उक्त योग संयोग सूर्यास्त तक रहेंगे. तीन साल बाद सोमवार को श्रावण मास में दूसरे सोमवार को प्रदोष काल रहना शिव आराधना के लिए खास रहा. दूध मंडी स्थित चमत्कारेश्वर महादेव, जंगलेश्वर, धूलेश्वर, रोजगारेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्तों की भीड़ नजर आई. गलता तीर्थ में विभिन्न जगहों से पहुंची कांवडसेना बम-बम भोले के उदघोष के बीच जल लेकर निकली. 

इस अवसर पर कांवड जल से भी भोलेनाथ का अभिषेक किया. अलग-अलग भजनों के बीच कांवडिए तिरंगा लेते हुए भी नजर आए, ढोल मजीरों के बीच शहर से निकली कांवड यात्राओं का विभिन्न संगठनों की ओर से स्वागत भी किया गया. ताड़केश्वर महादेव मंदिर में शाम को उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर भोलेनाथ के समक्ष महाकाल भूतनाथ की विशेष झांकी सजेगी. शाम 7 बजे के बाद भजन संध्या, 1100 किलो दूध की सागारी खीर भक्तों में बांटी जाएगी.

Reporter: Damodar Raigar

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