REET Paper Leak Case: रीट पेपर लीक मामले में जांच कर रही राजस्थान एसओजी की जांच तेज होती जा रही है. मामले में एसओजी बड़े स्तर पर ऐसे लाभार्थियों की सूची तैयार कर रही है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानि एसओजी जिस दिशा में जांच कर रही है उसके हिसाब से जल्द रीट पेपर लीक के असली गुनहगार बेनकाब होंगे.
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REET Paper Leak Case: रीट पेपर लीक मामले में जांच कर रही राजस्थान एसओजी की जांच तेज होती जा रही है. मामले में एसओजी बड़े स्तर पर ऐसे लाभार्थियों की सूची तैयार कर रही है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानि एसओजी जिस दिशा में जांच कर रही है उसके हिसाब से जल्द रीट पेपर लीक के असली गुनहगार बेनकाब होंगे. दरअसल शिक्षा संकुल से जब पेपर लीक हुआ तो पेपर लीक करने वाले गिरोह ने ऐसे लोगों की तलाश की जो लाखों, करोड़ों देकर पेपर खरीद सकें और गिरोह को मुनाफा हो सके. इसलिए एसओजी तमाम लाभार्थियों की बड़ी सूची तैयार कर रही है ताकि पेपर लीक की बड़ी मछलियों को भी बेनकाब किया जा सके.
एसओजी ने करवाया पेपर लीक का डेमो
जानकारी में आया है कि रीट पेपर लीक मामले में जांच कर रही एसओजी ने शिक्षा संकुल से लीक हुए पेपर लीक की तह तक जाने के लिए गिरफ्तार रामकृपाल को शिक्षा संकुल ले जाकर ये डेमो करवाया कि आखिर उसने शिक्षा संकुल में रखे बॉक्स से रीट पेपर लीक कैसे किया.
एसओजी ने रीट पेपर लीक मामले में बुधवार को एक ऐसी ही बड़ी मछली को गिरफ्तार किया है. SOG ने राजस्थान के बाड़मेर जिले की रहने वाली एक महिला अभ्यर्थी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. बाड़मेर से जिस आरोपी की गिरफ्तारी हुई है उसका नाम भजनलाल विश्नोई है और इस भजनलाल का बाड़मेर में बड़ा रुतबा है. पेशे से भजनलाल डबल ए क्लास कॉन्ट्रेक्टर यानि बड़ा ठेकेदार है, जो वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर की परियोजनाओं के लिए भी काम कर रहा है
अब तक दो भजनलाल गिरफ्तार
एसओजी मुख्यालय में अनुसंधान में जुटी टीम ने बाड़मेर निवासी ठेकेदार भजनलाल विश्नोई को पूछताछ के बाद बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. रीट पेपर लीक मामले में एसओजी जालोर निवासी मास्टरमाइंड भजनलाल विश्नोई को पहले गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं, पेपर लेने के बाद परीक्षा देने के मामले में बाड़मेर की सोहनी देवी को भी गिरफ्तार किया है. 5 करोड़ रुपए में पेपर चोरी कर बेचने के मामले में गिरफ्तार रामकृपाल मीणा को अग्रिम 1.22 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे. आरोपी से पूछताछ के बाद 1.22 करोड़ रुपए में से 82 लाख रुपए का हिसाब मिला है. आरोपी रामकृपाल मीणा ने पूछताछ में 71 लाख रुपए कुछ लोगों को देना बताया. उसकी निशानदेही से 71 लाख रुपए जब्त किए. जबकि बैंक खातों में जमा 11 लाख रुपए फ्रीज करवाए. अग्रिम प्राप्त की गई शेष राशि के संबंध में आरोपी रामकृपाल मीणा से पूछताछ जारी है.