Rajendra Gudha: राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी से विधानसभा में मचा हड़कंप,आखिर क्यों छीनी गई?
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Rajendra Gudha: राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी से विधानसभा में मचा हड़कंप,आखिर क्यों छीनी गई?

Rajendra Gudha: राजेंद्र गुढ़ा ने आज विधानसभा में लाल डायरी ले जाकर हड़कंप मचा दिया है, आखिर इस लाल डायरी में ऐसा क्या है कि सीएम अशोक गहलोत से लेकर कई मंत्री और विधायक गुढ़ा से नाराज हैं.क्या लाल डायरी आगामी विधानसभा चुनाव में कई सफेद पोश नेताओं के लिए मुश्किल भी खड़ी कर सकती है?

 

Rajendra Gudha: राजेंद्र गुढ़ा की लाल डायरी से विधानसभा में मचा हड़कंप,आखिर क्यों छीनी गई?

Rajendra Gudha: राजस्थान में सीएम गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की बर्खास्तगी का मामला लगातार गहराता जा रहा है, अपनी बर्खास्तगी के बाद विधायक गुढ़ा सोमवार को लाल डायरी लेकर विधानसभा पहुंचे. विधानसभा सदन में गुढ़ा ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से लाल डायरी को सदन की मेज पर रखने की मांग की.

लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने इसकी अनुमति नही दी.इस बीच में जोरदार हंगामा हुआ और सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी. विधानसभा से बाहर आने के बाद गुढ़ा ने आरोप लगाया कि लाल डायरी को विधानसभा की टेबल पर रखना चाह रहा था,लेकिन कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों ने मेरे साथ मारपीट की और मुझसे वो डायरी छीन ली.

संकट के वक्त साथ दिया

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मैंने इस सरकार को 2008 और 2018 में संकट के वक्त साथ दिया और आज उन्होंने ही मुझे विधानसभा के अंदर लात घूसे से मारा है.गुढ़ा ने कहा कि मैं लाल डायरी को विधानसभा की मेज पर रखने के लिए लेकर गया ,लेकिन मुझे इसकी अनुमति नहीं दी .इतना ही नहीं कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों ने मेरे को लात घुसा से पीटा ,मुझे जबरन सदन से बाहर निकाला गया .मुझसे लाल डायरी का एक हिस्सा छीन लिया गया.

यह गलती मैं लगातार करता रहूंगा

लेकिन मैं उन्हें बता दूं कि अभी भी मेरे पास वह मेन डायरी बाकी है, जिसमें उनके सारे कारनामे लिखे हुए हैं.गुढ़ा ने कहा कि मेरा कसूर सिर्फ इतना था कि मैं मेरे क्षेत्र में महिलाओं के बच्चों के साथ में हो रही दुष्कर्म की आवाज को उठाया.अगर यह मेरी गलती है तो यह गलती में लगातार करता रहूंगा.सच बोलने की सजा अगर मुझे मिली है, तो यह सजा मैं भुगतने के लिए तैयार हूं.गुढ़ा ने कहा कि अगर मुझे महिलाओं बच्चों की दुष्कर्म की आवाज उठाने पर जेल की सलाखों के पीछे भी डाल दें तो भी मैं जाने को तैयार हूं.लेकिन इस घमंडी और अहंकारी सरकार समझने की अब जनता इनसे सड़कों पर जवाब लेगी.

संकट के समय सीएम गहलोत ने भेजा था लाल डायरी लेने 

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि जब कांग्रेस पर संकट आया था,तब मुख्यमंत्री ने मुझे बुलाकर कहा था कि वह लाल डायरी लेकर आ,अगर वह लाल डायरी नहीं आई तो मैं बर्बाद हो जाऊंगा.यह सरकार गिर जाएगी ,उन्होंने मुझसे कहा कि ये काम सिर्फ तू ही कर सकता है.

मुझे बर्खास्त कर दिया गया

मैं उनके कहने पर अपनी जान जोखिम में डालकर वह लाल डायरी लेकर आया,लेकिन आज मुझे बर्खास्त कर दिया गया.लाल डायरी लेने पर यही मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा था कि मेरी वजह न उनकी सरकार बची,बल्कि वह खुद जेल जाने से बच गए.आज मुझे यह झूठे मुकदमों में जेल डालना की तैयारी कर रहे हैं.गुढ़ा ने कहा कि अब मैं जनता के बीच में जाऊंगा और उनके काले कारनामों को जनता के सामने रखूंगा.

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