Rajasthan Weather Update: IMD के अनुसार, दिसंबर माह के आने वाले सप्ताह में दो पश्चिमी विक्षोभ तेजी से एक्टिव होगा. इसके प्रभाव से राजस्थान का मौसम करवट लेगा. बादल छाए रहने और बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, 23 से 26 दिसंबर तक राजस्थान में बारिश की संभावना है, जिससे ठंड और बढ़ सकती है.
चूरू में शीतलहर और कड़ाके की ठंड का दौर लगातार जारी है. ठिठुरन भरी सर्दी के बीच पारा लगातार जमाव बिंदू पर है. शनिवार सुबह भी कड़ाके की ठंड के साथ ही घने कोहरे ने भी पहली बार दस्तक दी है. घने कोहरे से क्षेत्र में सड़कों पर रेंग रहे वाहनों को हैडलाइट का सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं कोहरे के करण जनजीवन तो प्रभावित हुआ है. वाहन चालकों एवं आमजन को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है.
तेज ठंड से लोगों की धूजणी छुड़ा दी. खेतों और बाहरी इलाकों में पानी के बर्तनों और फसलों के पतों पर ओस की बूंदे बर्फ के रूप में जम गयी. उतरी सर्द हवाओं का सीधा असर चूरू हो रहा है. न्यूनतम पारा लगातार जमाव बिंदू पर है. पक्षियों के लिए भरे गये पानी के परिंडो में सुबह बर्फ जम गयी. सर्द हवाएं लोगों को नश्तर सी चुभने लगी हैं.
राजस्थान के सीकर जिले की बात करें तो, कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. फतेहपुर सहित कई इलाकों में कोहरे का कहर से जन जीवन प्रभावित हो गया है. फतेहपुर में कृषि अनुसंधान केंद्र के अनुसार आज न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
प्रतापगढ़ जिले के कई हिस्सों में घना कोहरा और धुंध देखने को मिली. सुबह सात बजे तक शून्य दृश्यता के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ठंडी हवाओं के बीच हल्की ओंस की बूंदें टपकती रहीं, जिससे ठिठुरन और बढ़ गई.
सूरज निकलने के बाद कोहरे का असर कम हुआ, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिली. लोग दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए. ठंड के कारण कई स्थानों पर लोग अलाव जलाकर तापते हुए दिखे. सुबह-सुबह बाजार और सड़कों पर आवाजाही कम रही.
वाहन चालकों को दृश्यता कम होने के कारण बेहद सावधानी बरतनी पड़ी. सर्दी बढ़ने के साथ प्रशासन ने लोगों को ठंड से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखने की अपील की है. स्थानीय लोग चाय, गर्म पेय पदार्थ और अलाव के सहारे सर्दी का मुकाबला कर रहे हैं.