Rajasthan News: फिटनेस केन्द्र संचालक कर रहे जादू, वाहन गायब, प्रमाण पत्र जारी!
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Rajasthan News: फिटनेस केन्द्र संचालक कर रहे जादू, वाहन गायब, प्रमाण पत्र जारी!

Rajasthan News: परिवहन विभाग से मान्यता प्राप्त निजी फिटनेस केन्द्रों की गड़बड़ियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बगैर वाहन जांच के फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं.

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Rajasthan News: परिवहन विभाग से मान्यता प्राप्त निजी फिटनेस केन्द्र संचालक जैसे जादू के जोर से फिटनेस प्रमाण पत्र बना रहे हैं. वाहन के फिटनेस केन्द्र लाए बिना और बगैर किसी जांच के ही फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं. ऐसे 2 मामले भीलवाड़ा के बालाजी फिटनेस केन्द्र में सामने आए हैं. वहीं, जयपुर के एक फिटनेस केन्द्र में रोज निर्धारित मानकों से दोगुना अधिक फिटनेस जारी की जा रही हैं. 

परिवहन विभाग से मान्यता प्राप्त निजी फिटनेस केन्द्रों की गड़बड़ियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बगैर वाहन जांच के फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं. जनवरी से मार्च तक अब तक दो दर्जन फिटनेस केन्द्रों को निलंबित किया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद फिटनेस केन्द्र संचालकों में परिवहन विभाग के नियम-कायदों का कोई डर नहीं रह गया है. 

दरअसल फिटनेस केन्द्रों के लिए वर्ष 2018 में जारी पॉलिसी फिजा में स्पष्ट उल्लेख है कि प्रत्येक वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र वाहन की पूरी जांच के आधार पर ही किया जा सकता है. यह जांच 29 मानकों के आधार पर की जाती है. मशीनों और मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर की मदद से प्रत्येक वाहन की जांच की जानी चाहिए लेकिन निजी फिटनेस केन्द्र संचालक वाहनों की बगैर प्रॉपर जांच किए ही फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं.

जांच नहीं करने के अलावा कुछ फिटनेस केन्द्र संचालक तो वाहन को केन्द्र बुलाए बगैर ही मोबाइल से फोटो लेकर फिटनेस बना रहे हैं. भीलवाड़ा के बालाजी फिटनेस केन्द्र में ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 2 टैंकरों के प्रमाण पत्र बगैर वाहन लाए जारी कर दिए गए. 

फिटनेस केन्द्रों की मनमर्जियां !
बालाजी फिटनेस केन्द्र ने बगैर वाहन जांच के 2 वाहनों के प्रमाण पत्र बनाए
वाहन RJ06-GC-6419 की 15 मार्च को की गई फिटनेस
वाहन RJ47-GA-1865 की 18 मार्च को की गई फिटनेस
वाहन पोर्टल पर फिटनेस केन्द्र ने वाहनों के मोबाइल फोटो अपलोड किए
फ्रंट में मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर के साथ फोटो अपलोड का है प्रावधान
फ्रंट के फोटो में केवल वाहन की नंबर प्लेट, बोनट दिख रहा, इंस्पेक्टर गायब
साइड फोटो में असल वाहन के बजाय दूसरे टैंकर के फोटो लगा दिए
रोचक यह कि अपलोडेड साइड फोटो में वाहन दिख रहा अशोक लीलैंड का
जबकि वास्तव में दोनों ही टैंकर वाहन हैं टाटा कम्पनी निर्मित।
फिटनेस केन्द्र संचालक जगदीश शर्मा खुद ही बने हुए मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर
यूनियन अध्यक्ष होने के नाते कई बार दौरों पर भी रहते हैं जगदीश शर्मा
जबकि फिटनेस केन्द्र से रोज जारी होते शर्मा के हस्ताक्षरित फिटनेस प्रमाण पत्र

फिजा 2018 के तहत 29 मानकों के आधार पर वाहन की जांच की जाए तो एक वाहन का फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने में कम से कम 20 मिनट का समय लगता है. ऐसे में प्रति घंटे मात्र 3 वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र बनाए जा सकते हैं. प्रदेश के ज्यादातर फिटनेस केन्द्रों में केवल एक-एक मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर ही कार्यरत हैं यानी 8 घंटे की अवधि में केवल 24 वाहनों के ही प्रमाण पत्र जारी किए जा सकते हैं. मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर से 12 घंटे भी काम कराया जाए तो अधिकतम 36 वाहनों की फिटनेस संभव है. वहीं, इन दिनों फिटनेस केन्द्र संचालक रोजाना 100 तक वाहनों की फिटनेस जारी कर रहे हैं. 

क्षमता से 2 गुना बना रहे प्रमाण पत्र
भीलवाड़ा के बालाजी फिटनेस केन्द्र संचालक ने अधिक प्रमाण पत्र बनाए
मार्च 2024 में कुल 1535 वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र बनाए
यानी रोज औसतन 50 वाहनों के प्रमाण पत्र बनाए
इसी तरह जयपुर के शांति व्हीकल फिटनेस केन्द्र ने 2096 प्रमाण पत्र बनाए
यानी रोज औसतन 68 वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र जारी किए गए
इस तरह क्षमता से दोगुना तक अधिक फिटनेस प्रमाण पत्र बनाए
जयपुर में 2 फिटनेस केन्द्र निलंबित होने से शांति फिटनेस केन्द्र की हुई मौज

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