LPG Cylinder Price: राजस्थान में किसे मिलेगा 450 रुपये में सिलेंडर, कहां करना होगा रजिस्ट्रशन, जानें सब कुछ
Advertisement

LPG Cylinder Price: राजस्थान में किसे मिलेगा 450 रुपये में सिलेंडर, कहां करना होगा रजिस्ट्रशन, जानें सब कुछ

LPG Cylinder Price: राजस्थान में नए साल यानी 1 जनवरी 2024 से गरीब परिवारों को 450 रुपए में सिलैण्डर मिलना शुरू हो जाएगा.

LPG Cylinder Price: राजस्थान में किसे मिलेगा 450 रुपये में सिलेंडर, कहां करना होगा रजिस्ट्रशन, जानें सब कुछ

LPG Cyclinder @ Rs 450: राजस्थान में नए साल यानी 1 जनवरी 2024 से गरीब परिवारों को 450 रुपए में सिलैण्डर मिलना शुरू हो जाएगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के गढ़ यानी टोंक से ऐलान किया. 

किसे मिलेगा सिलेंडर

‘रसाई गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना’’ के तहत प्रधानमंत्री उज्जवला योजना और चयनित BPL परिवारों को 450 रूपए में गैस सिलेैण्डर मिल सकेगा.

कितने सिलेंडर मिलेंगे

योजना के तहत सालभर में कुल 12 सिलेंडर लाभार्थी ले सकेंगे.

कैसे उठाएं लाभ

इसके लिए लाभार्थी को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. विकसित भारत यात्रा शिविरों में रजिस्ट्रेशन कराना होगा.

जयपुर एक जनवरी से 450 में सिलेंडर मिलेगा. उज्जवला और BPL योजना के लाभार्थियों को सिलेंडर दिया जाएगा. इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना का नाम बदल कर अब रसोई गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना कर दिया गया है. इसके तहत सस्ता सिलेंडर मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत यह सिलेंडर मिलेंगे. इस योजना का लाभ विकसित भारत संकल्प यात्रा में पंजीयन के बाद ही मिलेगा. प्रत्येक उपभोक्ता को शिविरों में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. भजनलाल सरकार 626.40 करोड़ सालाना भार वहन करेगी. साल में 12 महीने एक सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाएगी.

केन्द्र से भी मिल रहा रिबेट 

केन्द्र सरकार की ओर से उज्जवला कनेक्शनधारियों को 300 रुपये की रिबेट या कहे सब्सिडी दी जाती है. राज्य में वर्तमान में 70 लाख उज्जवला और बीपीएल कनेक्शनधारी हैं. इसमें करीब 66 लाख उज्जवला के हैं जबकि 3.96 लाख बीपीएल कनेक्शनधारी हैं. केन्द्र सरकार की ओर से उज्जवला कनेक्शनधारियों को 300 रुपये सब्सिडी देने के बाद राज्य सरकार को 156 रुपये सब्सिडी अलग से देनी पड़ेगी. इसी तरह बीपीएल गैस कनेक्शधारियों को केंद्र सरकार की ओर से कोई सब्सिडी नहीं मिलती है इसलिए 456 रुपये सब्सिडी का पैसा राज्य सरकार को ही वहन करना पड़ेगा. राज्य में वर्तमान में उज्जवला और बीपीएल कनेक्शनधारियों की तरफ से 30 लाख सिलेंडर हर माह रिफिल करवाए जा रहे है. 
 

Trending news