Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम बाबा की दादी का नाम मां हिडिंबा था, जो एक राक्षसी थी. कहते हैं कि मां हिडिंबा का भीम से पहली नजर में ही प्यार हो गया था. जानें मां हिडिंबा और भीम की प्रेम कहानी.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां हिडिंबा और भीम को पहली नजर में ही प्यार हो गया था, जिसके बाद दोनों की शादी हुई. इसी के चलते हिडिंबा को मां कुंती की शर्त माननी पड़ी थी.
महाभारत के अनुसार, लक्षागृह से बचने के लिए पांडवों ने अपनी मां कुंती के साथ एक रात जंगल में रहना पड़ा था. इस दौरान राक्षसी हिडिंबा भीम से मिली और देखते ही उससे प्यार हो गया लेकिन हिडिंबा का भाई पांडवों को मारकर मांस खाना चाहता था.
इसी के चलते पांडवों की रक्षा के लिए हिडिंबा पहुंची. वहीं, माता कुंती और पांडव आराम कर रहे थे. साथ ही भीम पहरा दे रहे थे. हिडिंबा एक राक्षसी थी, जो भीम को देखती ही रह गई और उसने अप्सरा का रूप ले लिया लेकिन अपने भाई हिडिंब को देखते ही अपने असली रूप में आ गई.
वहीं, हिडिंब ने भीम पर हमला किया, ऐसे में दोनों के बीच भयंकर युद्ध हुआ. हिडिंबा ने भीम की रक्षा की और अपने भाई को मार डाला. इसके बाद हिडिंबा ने भीम के सामने प्यार का इजहार किया और शादी करने की बात कहीं. वहीं, भीम ने शादी के लिए मना कर दिया.
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.
हिडिंबा ने मां कुंती के सामने भीम से शादी करने की बात कही. इस पर मां कुंती ने कहा कि भीम से शादी करने के बाद बस उसके साथ एक साल ही साथ रहोगी. इसके बाद उसे अपने भाई के साथ लक्ष्य पूरा करना है. हिडिंबा भीम से इतना प्यार करती थी वो मान गई. फिर भीम और हिडिंबा दोनों एक साल तक जंगल में साथ रहे. इसके बाद दोनों के एक बेटा हुआ, जिसके घटोत्कच था.
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