Jaipur news: सरकारी और निजी अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की तादात, बगरू में मौसमी बीमारियों का बढ़ा प्रकोप
Advertisement

Jaipur news: सरकारी और निजी अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की तादात, बगरू में मौसमी बीमारियों का बढ़ा प्रकोप

Jaipur news today: जयपुर जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है, बदलते मौसम से आमजन में बीमारियों का ग्राफ बढ़ने लगा, लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, दिन में उमस भरी गर्मी और रात में तापमान में गिरावट बेहद नुकसान दायक साबित हो रहा है. 

Jaipur news: सरकारी और निजी अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की तादात, बगरू में मौसमी बीमारियों का बढ़ा प्रकोप

Jaipur news: राजस्थान के जयपुर जिले में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है, राजस्थान में बदलते मौसम से आमजन में बीमारियों का ग्राफ बढ़ने लगा है, लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं, दिन में उमस भरी गर्मी और रात में तापमान में गिरावट से मौसम में आया बदलाव सेहत के लिहाज से बेहद नुकसान दायक साबित हो रहा है. मौसमी बीमारियों के साथ-साथ वायरल बुखार का भी प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. 

राजधानी जयपुर के बगरू में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और निजी अस्पतालों की ओपीडी में एकाएक मरीजों की तादात में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है. सीएचसी में सुबह 8 बजे ओपीडी की शुरुआत होने से पहले ही पर्ची काउंटर पर मरीजों और तामीरदारों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो जाती है. सीएचसी के चिकित्सकों के अनुसार इन दिनों मौसम में अनियमित बदलाव के चलते सर्दी, जुखाम, वायरल बुखार, उल्टी-दस्त, पेट दर्द जैसी बीमारियों से लोग ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं. 

यह भी पढ़ें-  प्रदेश में मानसून के चलते एक बार फिर गिरा तापमान, 20 से ज्यादा जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी

वहीं आई फ्लू और पीलिया जैसी बीमारियां भी खतरनाक साबित हो रही हैं, अकेले बगरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी में रोजाना 1200 से अधिक मरीज आ रहे हैं. ओपीडी ब्लॉक में पर्ची काउंटर, चिकित्सकों के कक्ष, नि:शुल्क दवा खिड़की और जांच केंद्र पर मरीजों ओर परिजनों की दिनभर भीड़ लगी रहती है, कभी-कभी तो आईपीडी में भी बेड कम पड़ने की स्थिति में एक ही बेड पर दो मरीजों को लिटाकर उपचार करना पड़ता है. 

मरीजों की बढ़ती तादात के सामने सरकारी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाएं चरमराती हुई नजर आ रही हैं, अचानक बढ़ी मरीजों की संख्या से विभाग की व्यवस्थाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा है. मरीजों और उनके परिजनों को पर्ची काउंटर से पर्ची बनवाने से लेकर दवा लेने तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.

REPORTER- ARUN VAISHNAV

Trending news