जयपुर: मस्जिद रेजीडेंसी विवाद मामला, सी स्कीम का डेलीगेशन सचिन पायलट से मिला
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जयपुर: मस्जिद रेजीडेंसी विवाद मामला, सी स्कीम का डेलीगेशन सचिन पायलट से मिला

सचिन पायलट ने कहा कि महिलाएं और बुजुर्ग पिछले सौ दिन से किसी बात के लिए अगर विरोध कर रहे हैं तो उन्हें सुना जाना चाहिए. इस पर सचिन पायलट ने मामले में पहले पूर्व प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस सादिक चौहान से बात कर जानकारी ली. उसके बाद बुजुर्गों को सांत्वना देते हुए कहा कि आप लोग घबराएं नहीं.

मस्जिद रेजीडेंसी विवाद मामला.

Jaipur News: करीब सौ दिन से मस्जिद रेजीडेंसी और मदरसे के संरक्षण के लिए आंदोलन जारी है. मामले के विवाद को लेकर लोग सचिन पायलट से मिल कर अवगत कराया. इस शुक्रवार को इस बार आन्दोलन को सौ दिन पूरे होने वाले हैं. पिछले 14 सप्ताह से सी स्कीम की मस्जिद रेजीडेंसी के आसपास कॉलोनी में रहने वाले लोग हर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मामले में विरोध कर रहे हैं. इस बात की जानकारी सचिन पायलट को दी गई.

मामले में सचिन पायलट ने कहा- आप लोग घबराएं नहीं

मामले में सचिन पायलट ने कहा कि महिलाएं और बुजुर्ग पिछले सौ दिन से किसी बात के लिए अगर विरोध कर रहे हैं तो उन्हें सुना जाना चाहिए. वर्तमान मस्जिद कमेटी के सदर मुहम्मद सलीम ने सचिन पायलट को बताया कि सौ दिन बुजुर्ग मां बहने हिजाब में आकर विरोध कर रही हैं. इलाके में मस्जिद मदरसे की जमीन को वक्फ में इंद्राज कराने वाले 70 से 86 साल के बुजुर्ग लगातार विरोध कर रहे हैं.

पायलट ने वक्फ बोर्ड चेयरमैन खानू खां बुधवाली से बात

विरोध को सुनकर उस पर वक्फ बोर्ड ने संवेदनशीलता तो नहीं दिखाई, बल्कि बुजुर्गों पर ही शांति भंग के मुकदमे दर्ज कर दिए गए. इस पर सचिन पायलट ने मामले में पहले पूर्व प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस सादिक चौहान से बात कर जानकारी ली. उसके बाद बुजुर्गों को सांत्वना देते हुए कहा कि आप लोग घबराएं नहीं. सचिन पायलट ने फोन पर वक्फ बोर्ड चेयरमैन खानू खां बुधवाली से बात की और कहा कि स्थानीय लोगों की समस्या को सुने और दुरस्त किया जाए.

ये भी पढ़ें- जयपुर: मस्जिद कमेटी का विरोध, क्या 87 साल तक के बुजुर्ग कर सकते हैं शांति भंग ?

बता दें कि इधर नई कमेटी के विरोध में न केवल पुरुष बल्कि महिलाएं भी बराबर सड़क पर उतरी हुई है. महिलाओं का कहना है कि मदरसे में उनके बच्चे पढ़ते हैं, जिसने मदरसा बंद करने के लिए जेडीए में अर्जी लगाई थी, उसे ही नई कमेटी का सदर बना दिया. दस सप्ताह से लगातार विरोध कर रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है. समाधान निकालने के बजाय बुजुर्गों को डराया धमकाया जा रहा है. अब सचिन पायलट तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं.

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