Kotputli News: CNG गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य लोगों के लिए बना मुसीबत, प्रशासन कर रही इग्नोर
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Kotputli News: CNG गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य लोगों के लिए बना मुसीबत, प्रशासन कर रही इग्नोर

Kotputli News: कोटपूतली में राजकीय बीडीएम अस्पताल के सामने CNG पाइप लाइन बिछाने का काम पिछले 5-6 महीनों से चल रहा है, जिस वजह से स्थानीय लोगों, अस्पताल में आने वाले मरीजों, वाहन चालकों आदि को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. 

Kotputli News: CNG गैस पाइप लाइन बिछाने का कार्य लोगों के लिए बना मुसीबत, प्रशासन कर रही इग्नोर

Kotputli News: राजस्थान के कोटपूतली में इन दिनों CNG पाइप लाइन बिछाने का कार्य लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है. करीब 5, 6 माह से लगातार  चल रहे कार्य में किसी भी प्रकार का सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं. साथ है सघन आबादी में टाइम के अनुसार काम नहीं किया जा रहा है, जिसकी वजह से न सिर्फ लोगों को बल्कि मवेशियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 

पानी की पाइप लाइन टूटने से हजारों लीटर पेयजल बर्बाद
स्थानीय लोगों का कहना है कि कंपनी और अधिकारियों की मनमर्जी के हिसाब से काम चल रहा है. ऐसे में आए दिन खोदकर खुले छोड़ गए गड्डों में मेवशी और वाहन चालकों के गिरने की घटना सामने आती है. साथ है पानी की पाईप लाइन टूटने से हजारों लीटर पेयजल बर्बाद हो रहा है, जिस वजह से स्थानीय लोगों को पिने के पानी की समस्या का समाना करना पड़ रहा है. साथ कीचड़ और पानी में लोग स्लिप होकर गिर जाते है. जगह-जगह गड्डे खोदने से रोजाना यातायात जाम की समस्या भी बनी रहती है, जिससे पुलिस प्रसाशन को जाम खुलवाने मे दिक्क़तो का सामना करना पड़ता है.

वाहन के टकराने और गिरने से बड़े हादसे की संभावना 
वहीं, रात्रि में राजकीय बीडीएम अस्पताल के सामने डिर्लिंग करने और गड्डे खोदते समय पाईप लाइन टूट गई, जिससे अस्पताल में जाने वाले मरीजों और लोगों को भारी समस्या का समाना करना पड़ रहा है. साथ ही जहां भी पाइप लाइन को ऑनलाइन किया गया उस जगह चेम्बर बना कर खुला छोड़ दिया गया, जिससे कोई भी वाहन के टकराने और गिरने से या फिर आसामाजिक तत्वों के द्वारा वाल को खोलने से कभी भी आगजनी का बड़ा हादसा हो सकता है. ऐसे में कंपनी की जिम्मेदारी बनती है कि जहां जहां वॉल लगाए गए हैं, वहां कवर्ड करके सुरक्षा गार्ड या कोई मजबूत इंतजाम किया जाए, नहीं तो कभी भी बड़ा हादसा होने की संभावना है. साथ है इस पर स्थानीय प्रशासन को भी समय रहते ध्यान देने की अति आवश्यकता है. 

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