Jaipur News: जल जीवन मिशन में अनुभव प्रमाण पत्र के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाली फर्मों ने पानी के पाइपों में भी खेल किया.ठेकेदार पदमचंद जैन हरियाणा से चोरी के पाइप राजस्थान लेकर आता था,आखिर पदमचंद जैन ने कैसे और कहां बनाए "भ्रष्टाचार के गोदाम" जानिए पूरा मामला.
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Jaipur News: जयपुर से बड़ी खबर है. ये गोदाम भ्रष्टाचार का गोदाम है,क्योंकि पानी के ये पाइप चोरी के हैं.फर्जी अनुभव प्रमाण से 900 करोड़ रुपए के टेंडर हासिल करने वाली गणपति और श्रीश्याम ट्यूबवेल फर्म ने केवल दस्तावेजों में हेराफेरी नहीं की,बल्कि पानी के पाइप डालने में भी गड़बड़ी की.ठेकेदार पदमचंद जैन ने बहरोड में "भ्रष्टाचार के गोदाम" बनाए और जहां जहां फर्म ने काम किया.
वहां चोरी के पाइप डाले.ये चोरी के पाइप हरियाणा से लाता था.इस मिशन में लगाता था.इस पूरे मामले में हरियाणा में इंजीनियर्स की मिलीभगत भी सामने आई है.जल्द ही हरियाणा सरकार भी इस पर कार्रवाई कर सकती है.
ठेकेदार पदमचंद जैन को बहरोड़ एक्सईएन मायालाल सैनी को एसीबी ने रिश्वत देते हुए गिरफ्तार किया था,जिसके बाद में ये सामने आया था कि पदमचंद हरियाणा से चोरी के पाइप लाता था.लेकिन ये पहली बार सामने आया है कि पदमचंद जैन चोरी के पाइपों को बहरोड के गोदामों में रखता था.पूरे मामले में एसीबी लगातार दस्तावेज खंगाल रही है.उधर ईडी की नजर भी इसी केस पर है.
ईडी ने जयपुर,बहरोड,अलवर,शाहपुरा में छापेमारी की थी.फर्जीवाड़े को लेकर ईडी लगातार पीएचईडी इंजीनियर्स से पूछताछ कर रही है.जल जीवन मिशन के चीफ इंजीनियर आरके मीणा,एसई आरसी मीणा से आज फिर पूछताछ की.अब ऐसे में देखना होगा कि ईडी पूछताछ में और क्या निकलकर सामने आता है?
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