Jaipur News: राजिविका में महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए अब पंचायतीराज विभाग के अफसर अब और ध्यान देंगे.अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विभिन्न योजनाओं में अधिकाधिक कार्य राजीविका के माध्यम से करवाने की मांग आनी चाहिए.
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Jaipur News: राजिविका में महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए अब पंचायतीराज विभाग के अफसर अब और ध्यान देंगे.अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विभिन्न योजनाओं में अधिकाधिक कार्य राजीविका के माध्यम से करवाने की मांग आनी चाहिए. इस दिशा में गंभीरता से काम किए जाने की आवश्यकता है.
इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में राजीविका के जिला कार्यक्रम अधिकारियों, क्लस्टर स्तरीय फेडरेषन के प्रबन्धकों, स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही. वह संस्थान में ‘‘खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और जेंडर’’ विषयक दो दिवसीय कार्यषाला में प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि राजीविका में मांग के अभाव में संसाधन, धनराषि होते हुए भी बड़ी संख्या में गरीब महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाता. उन्होंने कहा कि मनरेगा में जिन महिलाओं को 60 दिवस का रोजगार मिला है, उनके परिवार को राजीविका से आवष्यक रूप से जोड़ा जाए. राजीविका के जिला कार्यक्रम अधिकारी, सीएलफएफ और गु्रप मिलकर विभाग पर प्रेषर बनाएं और अधिक से अधिक मांगों के प्रस्ताव बनाकर महिलाओं को इन कार्यों से जोड़ें.
इस कार्य के लिए कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) को महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए उन्होंने कहा कि सीआरपी को एक्टिवेट कर उनकांे मजबूत पहचान दें. खासकर चारागाह विकास, पषुपालन, घास लगाने, पौधारोपण, वनोपज जैसे कार्याें के माध्यम से अब तक योजना से वंचित ग्रामीण महिलाओं को राजीविका से जोड़ने के लिए काम करें. उन्होने कहा कि क्लस्टर स्तरीय फेडरेषन को बचत और धन के रोटेषन की जानकारी हर समय होनी चाहिए और उनके चुनाव भी नियमित रूप से सम्पन्न होने चाहिए. वाटरषेड में रोजगार के कार्यों, पौधारोपण आदि के कार्याें से ग्रामीण महिलाओं को जोड़ने के लिए धन की कमी नहीं है.
पंचायती राज विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने कहा कि स्वयं सहायता समूह की हर महिला को सशक्त होना चाहिए. चैक बुक पर साइन करने, पैसा देते समय रखी जाने वाली सावधानियां जैसी आधारभूत वित्तीय साक्षरता भी जरूरी है. उन्होंने सीएलएफ प्रबन्धकों को रिकॉर्ड को व्यवस्थित रखने और त्वरित जानकारी की उपलब्धता के गुर बताए.
उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारियों और अन्य प्रतिभागियों को राज्य सरकार की प्रमुख फ्लैगषिप योजनाओं की जानकारी रखने और जरूरत पड़ने पर पात्र व्यक्ति को उनका लाभ दिलाने का प्रयास करने को कहा. उन्होंने कहा कि गांव का हर घर और हर आदमी महत्वपूर्ण है. राज्य सरकार की योजनाएं बहुत अच्छी हैं लेकिन अगर हम इनका फायदा समय पर किसी जरूरतमंद को नहीं दिला पाते हैं तो यह हमारी कमी है.
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