Jaipur Bribery Case: सुशील गुर्जर सहित दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, आखिर ACB की रिकॉर्डिंग में क्या?
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Jaipur Bribery Case: सुशील गुर्जर सहित दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, आखिर ACB की रिकॉर्डिंग में क्या?

Jaipur Municipal Corporation Bribery Case: जयपुर नगर निगम हैरिटेज में पट्टा देने की एवज में रिश्वत प्रकरण का मामला गर्माया हुआ है.मुनेश गुर्जर के मेयर पद से निलंबन के बाद मंत्री खाचरियावास का बयान भी सामने आया है.

Jaipur Bribery Case: सुशील गुर्जर सहित दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, आखिर ACB की रिकॉर्डिंग में क्या?

Jaipur Municipal Corporation Bribery Case: नगर निगम हैरिटेज में रिश्वतकांड की चिंगारी भड़की हुई हैं. पट्टा जारी करने के एवज में दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर सहित दो दलालों को गिरफ्तार कर लिया हैं. दूसरी तरफ राज्य सरकार ने पट्टे जारी करने के एवज में पैसे लेने के मामले में एसीबी की गिरफ्त में आए महापौर पति सुशील गुर्जर के साथ मुनेश की भूमिका भी प्रथम दृष्टया संलिप्तता मानते हुए मेयर पद से निलंबित कर दिया हैं.

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने मुनेश गुर्जर के मेयर पद से निलंबन के बाद कहा की जिस कांग्रेस ने आपको पद, सम्मान और गरिमा दी आप उसको आंखे दिखाना गलत हैं. अब नया मेयर कौन होगा यह पार्टी नेतृत्व तय करेगा. अब हम ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे सरकार की किरकिरी हो और जनता परेशान हो. हमारे पास 56 से 57 पार्षद हैं और चुनाव हुए तो मेयर कांग्रेस का बनेगा. नगर निगम हैरिटेज में कांग्रेस मजबूत हैं और जो निर्दलीय हैं वो भी कांग्रेस के साथ हैं.

15-15 हजार रुपए में अनुभव प्रमाण पत्र बनाने का काम चल रहा 

उसमें कोई संदेह नही है मैने मुनेश को मेयर जनता की भलाई करने के लिए बनाया.लेकिन गलत करने के लिए छूट नहीं दी थी.किसी से मेरी व्यक्तिगत रंजिश नही हैं.कार्रवाई एसीबी ने की है तो प्रतापसिंह खाचरियावास कैसे बचा सकता है.सब कुछ रिकॉर्ड पर लेने के बाद ही एसीबी ने कार्रवाई की हैं.खाचरियावास ने कहा की अब जो सफाईकर्मियों की भर्ती हो रही हैं उसमें किसी को पैसे देने की जरूरत नही हैं.15-15 हजार रुपए में अनुभव प्रमाण पत्र बनाने का काम चल रहा है.

राज्य सरकार से की थी मांग 

खुद मुख्यमंत्री गहलोत से इस मसले पर मिला.राज्य सरकार से मांग की थी कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति के तहत महापौर मुनेश गुर्जर को निलंबित-बर्खास्त किया जाए.उन्होने देर रात मुनेश गुर्जर को मेयर पद से निलंबित कर दिया.भाजपा-कांग्रेस का कोई नेता हो वो भ्रष्टाचार करेगा तो जेल जाएगा.उन्होने कहा की यदि एसीबी के पास जो रिकॉर्डिंग बाहर आ जाए तो तूफान आ जाएगा.खाचरियावास ने कहा की हमारी नाक के नीचे भ्रष्टाचार हो रहा था.हम खुद परेशान थे.फरियादी आते थे.

शिकायतों के आधार पर कार्रवाई हुई 

उनकी व्यथा सुनकर अंतर आत्मा रोती थी.जब महापौर ने नहीं सुनी तो हमने कहा कि एसीबी में शिकायत करो.शिकायतों के आधार पर कार्रवाई हुई है.उन्होंने कहा कि हैरिटेज निगम में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी हाईकमान को पहले ही अवगत कराया दिया गया था.उधर मुनेश गुर्जर के निलंबन के बाद मेयर की दौड के लिए लॉबिंग शुरू हो गई हैं.कांग्रेस पार्षद सुनीता महावर इस प्रकरण के बाद मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के आवास पर पहुंची और उन्होंने मेयर पद के लिए दावेदारी जताई.

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उन्होने कहा की सीनियर पार्षद होने के साथ ओबीसी महिला हूं.और नगर निगम हैरिटेज में मेयर की सीट ओबीसी महिला के लिए रिजर्व है. उधर पार्षद उत्तम शर्मा और आरिफ ने कहा की पहली बार नगर निगम हैरिटेज का गठन हुआ और इस तरह का घटनाक्रम हो गया. इससे पार्षदों को भी जनता अलग नजरिए से देखती हैं.

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