Diwali 2023- इस दिवाली जलाएं ये दिया, कई राज्यों में बढ़ी डिमांड
Advertisement

Diwali 2023- इस दिवाली जलाएं ये दिया, कई राज्यों में बढ़ी डिमांड

Diwali 2023:  देशभर में आज छोटी दिवाली मनाई जारी है. इसे नरक चौदस, नरक चतुर्दशी,  काली चौदस या रूप चौदस भी कहा जाता है. आज के ही दिन भगवान  श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक असुर का वध किया था.

 Diwali 2023- इस दिवाली जलाएं ये दिया, कई राज्यों में बढ़ी डिमांड

Diwali 2023: देशभर में आज छोटी दिवाली मनाई जारी है. इसे नरक चौदस, नरक चतुर्दशी,  काली चौदस या रूप चौदस भी कहा जाता है.  आज ही के दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की जाती है और हनुमान जंयती भी मनाई जाती है. आज के ही दिन भगवान  श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक असुर का वध किया था. दरअसल धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नरकासुर ने 16 हजार से ज्यादा महिलाओं को अपनी कैद में रखा था. जिनको भगवान श्री कृष्ण ने आजाद कराया था. तब से आज के दिन छोटी दिवाली के रुप में मनाया जाता है. 

कल यानि रविवार के दिन  दीपावली पर मिट्टी के दीये से लक्ष्मी- गणेश का पूजन भी किया जाएगा. इस दिन  मिट्टी का दीया से लक्ष्मी- गणेश का पूजन करना बेहद शुभ मना जता है. ऐसे ही में गोबर से पूजा करना शुभ मना जाता है. दिवाली के इस मौके पर राजस्थान की राजधानी गुलाबी  नगर में गाय के बने गोबर से बने दीयें की डिमांड आचान से बढ़ गई है. ॉ

यह भी पढ़े- राजेंद्र राठौड़ का ऐसा जुनून कि सीने में गुदवाया टैटू, कहा-दिल दिया है जान भी दे सकते हैं

पर्यावरण जागरूकता 
बीतें कुछ सालों में शुरु हुई पर्यावरण जागरूकता की परंपरा बनती जा रही है. यह दीये लाखों की संख्या में बनने वाले दीपावली के 1 महीने पहले ही बनकर तैयार हो जाते हैं. जिसे आसानी से बाजार में खरीदा जा सके. दरअसल इस काम में कई स्वयंसेवी सहायता समूह और गौशाला संचालक भी अपना मदद करते हैं. इस भी दीपावली पर गाय के गोबर से बनने वाले दीयों की भारी मांग है. दरअसल गाय के गोबर से कई तरह के प्रोडक्ट भी बनाए जातें है. दीयों को बनाने वाले भीम राज बताते है राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में भी गोबर के दीयों की भारी डिमांड है. वहीं पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए गोबर के दीये का चलन भी तेजी से बढ़ता जा रहा है. 

Trending news