Mughal Haram : ताजमहल सच्चे प्रेम का प्रतीक कहा जाता है. ताजमहल जिसकी खूबसूरती को देखने दूसरे देशों से सैलानी आते हैं. ताजमहल के बारे में ये कहा जाता है कि शाहजहां ने इसे अपनी बेगम मुमताज के प्यार में उनकी याद में बनाया था. लेकिन क्या आप सच जानते हैं ?
Trending Photos
Mughal Haram : ताजमहल सच्चे प्रेम का प्रतीक कहा जाता है. ताजमहल जिसकी खूबसूरती को देखने दूसरे देशों से सैलानी आते हैं. ताजमहल के बारे में ये कहा जाता है कि शाहजहां ने इसे अपनी बेगम मुमताज के प्यार में उनकी याद में बनाया था. लेकिन क्या आप सच जानते हैं ?
शाहजहां की ममुताज के अलावा 6 और पत्नियां थी. इसके अलावा उसके हरम में 8 हजार से ज्यादा औरतों को रखा गया था. शाहजहां दो चीजों का शौकीन था. पहला औरतें और दूसरा शराब. इतिहासकार मनूची ने भी लिखा है कि शाहजहां सिर्फ एक चीज की फिक्र करता था, वो थी बला की खूबसूरत महिलाओं को तलाशना.
मुमताज शाहजहाँ की चौथे नम्बर की बेगम बनी थी. जिससे बाद भी शाहजहां ने 2 और औरतों से निकाह किया था. मुमताज पहले सूबेदार शेर अफगान खान की बीवी थी जिसकी शाहजहाँ ने हत्या करा दी थी.
मुमताज की मौत शाहजहां के 14 वें बच्चे के जन्म के बाद हुई थी. जिसके ठीक बाद शाहजहाँ ने मुमताज की बहन फरजाना ने निकाह कर लिया था. कई इतिहासकारों का मानना है कि शाहजहां के जहाँआरा से भी संबंध थे जो मुमताज की ही बेटी थी.
इतिहासकार का भी यहीं सवाल है कि क्या सच में शाहजहां मुमताज से प्यार करता था? फ्रांसीसी इतिहासकार फ्रांस्वा बर्नियर ने लिखा है कि महिलाएं शाहजहां की सबसे बड़ी कमजोरियों में से एक थीं.
औरतों के लिए पागल शाहजहां ने अपने साले की बीवियों को भी उसने नहीं छोड़ा था. उसके हरम में अकबराबादी महल और फतेहपुरी महल में रहने वाली औरतें उसे खास पसंद थी. हरम में महिलाओं का समूह ऐसा भी था, जो शहंशाह के सामने नृत्य पेश किया करती थीं.
इतिहासकार किशोरी लाल शरण के मुताबिक संबंध बनाने के लिए वो शाहजहां बुढ़ापे में भी कामोत्तेजक दवाएं खाता. जबकी उसकी जिंदगी के आखिरी कुछ साल ही बचे थे. औरंगजेब ने आगरा किले में औरतों के एक समूह को उसे खुश करने के लिए रखा था.