कितना अलग है पुरुष और महिलाओं का खतना, जानकर कांप जाएगी रूह
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कितना अलग है पुरुष और महिलाओं का खतना, जानकर कांप जाएगी रूह

Khatana : एक छोटी(girl child) बच्ची अपनी किसी महिला(women) रिश्तेदार के साथ घर से बाहर घूमने जाती है. परिवार के बाकी सदस्यों को पता होता है कि उस बच्ची के साथ क्या होने वाला है. लेकिन वो बच्ची कुछ नहीं जानती. वो महिला बच्ची को एक कमरे में ले जाती है, जहां पहले से कुछ महिलाएं मौजूद होती हैं. बच्ची के पैरों को पकड़ कर बिना किसी मेडिकल (medical arrangement)इंतजाम के उसका खतना(girl child) किया जाता हैं.

कितना अलग है पुरुष और महिलाओं का खतना, जानकर कांप जाएगी रूह

Khatana : भारत में खतना पर अभी तक कोई रोक नहीं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बेल्जियम, स्वीडन, डेनमार्क, यूके, अमेरिका और स्पेन समेत कई देशों ने इसे अपराध की श्रेणी में रखा है. माना जाता है कि मिस्त्र से इस प्रथा की शुरुआत हुई, लेकिन वहां 2008 में इस पर बैन है.(वो बात अलग है कि मिस्त्र में ही खतना के केस सबसे ज्यादा हैं)

भारत में इस खतना प्रथा पर रोक के लिए सुप्रीम कोर्ट में साल 2017 में एक याचिका लगी, लेकिन इसके जवाब में महिला एंव बाल कल्याण मंत्रालय ने कहा कि भारत में महिलाओं के खतना को लेकर कोई आधिकारिक डेटा या स्टडी हमारे पास नहीं है. सुप्रीम कोर्ट में मामले को गंभीर माना.

यहां ये बताना जरूरी है कि ये प्रथा भारत में बोहरा समुदाय निभाता है. जो सबसे ज्यादा शिक्षित और सपन्न मुस्लिम समुदाय कहे जाते हैं. जो ज्यादातर बिजनेस करते हैं. बोहरा समुदाय राजस्थान समेत आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु  ,गुजरात, महाराष्ट्र,और पश्चिम बंगाल में हैं.

क्या होता है पुरुष खतना और महिलाओं के खतना में फर्क
मुस्लमानों के साथ ही यहूदी भी लड़कों का खतरा करते हैं. इसमें लिंग की फोर स्किन (ऊपरी भाग की त्वचा) को काटकर अलग कर दिया जाता है. एक वेबसाइट हेल्थलाइन के आर्टिकल के मुताबिक इस दौरान हुआ दर्द 7-10 दिन में पूरी तरह से ठीक हो जाता है. माना जाता है कि इस प्रक्रिया से लड़को में हाइजीन बेहतर होती है साथ ही  सेक्शुअल ट्रांसमिटेड डिजीज, पेनाइल कैंसर, सर्विकल कैंसर और यूरिनरी ट्रैक से जुड़ी बीमारियों और संक्रमण का खतरा भी कम हो जाता है.

वहीं महिलाओं का खतना सिर्फ महिलाओं के अंदर यौन इच्छाओं को खत्म करने के लिए किया जाता है. जिसका कोई फायदा नहीं होता है. इस दौरान लड़कियों को भयानक दर्द, सूजन, बुखार, इंफेक्शन समेत कई शारिरीक और मानसिक यातनाओं से गुजरना होता है. जो उम्र भर साथ रहती है और खतना के बाद महिलाएं सेक्स लाइफ में खुद को खुश महसूस नहीं करती हैं.

लड़कियों के खतना (Female Genital Mutilation (एफजीएम) यानि) करने के भी चार तरीके होते हैं  ( ये डीटेल आपको परेशान कर सकती है )
टाइप 1- वैजाइना के क्लिटोरिस हुड को काट दिया जाता है.
टाइप 2-क्लिटोरिस हुड के साथ ही वैजाइना के अंदर की लेयर को काट दिया जाता है.(ये लेयर ही बाद में एक महिला को सेक्स प्लेजर देती है )
टाइप 3-एक्सटरनल जेनेटाइल को पूरा काट दिया जाता है और सिल दिया जाता है (सिर्फ ब्लीड़िग और यूरिन के लिए जगह)
टाइप 4-कैंची, ब्लेड या पिन से वैजाइना पर कट लगा दिया जाता है.

यौन इच्छाओं को मारने के लिए ऐसे होता है लड़कियों का खतना 

 

 

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